वाक्यांश के लिए एक शब्द- Hindi Vyakran

जो ईश्वर में विश्वास रखता हो – आस्तिक

जो ईश्वर को न मानता हो – नास्तिक

जिसके माता-पिता न हो – अनाथ

जो व्याकरण का विद्वान (expert) हो – व्याकरणज्ञाता, वैयाकरण

दूर की बात सोचने वाला – दूरदर्शी

जो दान करता हो – दानी

जिसको लज्जा न हो – निर्लज्ज

जो धर्म के काम करे – धर्मात्मा

जो देखा न जा सके – अदृश्य

जो पढ़ा-लिखा न हो – अनपढ़, निरक्षर

जो काम कठिन हो – दुष्कर

जो काम आसान हो – सुकर

दिन में होने वाला – दैनिक

सप्ताह में होने वाला – साप्ताहिक

पक्ष में होने वाला – पाक्षिक

मास में होने वाला – मासिक

तीन महीने में होने वाला – त्रेमासिक

छ: महीने में होने वाला – छमाही

नौ महीने में होने वाला – नवमसिक

वर्ष में होने वाला – वार्षिक

जो सब कुछ जनता हो – सर्वज्ञ

जो थोड़ा जनता हो – अल्पज्ञ

किये हुए उपकार को मानने वाला – कृतज्ञ

किए हुए उपकार को न मानने वाला – कृतघ्न

जो ऋण दे – उत्तमर्ण

जो ऋण ले – अधमर्ण

जो आकार वाला हो – साकार

जिसका आकार न हो – निराकार

जिसका रूप अच्छा हो – सुरूप

जिसका रूप अच्छा न हो – कुरूप

जिसको भय न हो – निर्भय

जिसको डर न हो – निडर

अच्छा बोलने वाला – सुवक्ता

अच्छा लिखने वाला – सुलेखक

बुरे मार्ग पर चलने वाला – कुमार्गगामी

जिसका आचार अच्छा हो – सदाचारी

जिसका आचार अच्छा न हो – दुराचारी

जो अपनी हत्या करने वाला हो – आत्मघाती, आत्महन्ता

जिसमे दया हो – दयालु, सदय

जिसमे दया न हो – निर्दय, निर्दयी

जिसका अन्त न हो – अनन्त

जिसके समान दूसरा न हो – अनन्य

जिसका पार न हो – अपार

जिसकी तुलना हो – अतुलनीय

जो प्रशंसा के योग्य हो – प्रशंसनीय

जिसकी चार भुजाएं हों – चतुर्भुज

जिसमे कपट न हो – निष्कपट

जो कभी न मरता हो – अमर

जो कभी बुढा न हो – अजर

जिसमें विकार न आता हो – निर्विकार

सबको समान देखने वाला – समदर्शी

समान समय में होने वाला – समसामयिक

काया का – कायिक

वाणी का – वाचिक

सतोगुण वाला – सात्विक

रजोगुण वाला – राजसिक

तमोगुण वाला – तामसिक

नीति को जानने वाला – नीतिज्ञ

दूध पर रहने वाला – दुग्धाहारी

जिसका वर्णन न हो सके – अवर्णनीय

जो जल में रहता हो – जलचर

जो आकाश में घूमता हो – नभचर, खेचर

वह पहाड़ जिससे आग निकलती हो – ज्वालामुखी

जो कुछ जानने की इच्छा रखता हो – जिज्ञासु

जो मोह न रखता हो – निर्मोही

जिसे किसी से लगाव न हो – निर्लेप, अलिप्त, निर्लिप्त

जो नष्ट होने वाला हो – नश्वर, नाशवान

जो नष्ट न होने वाला हो – अनश्वर, अविनाशी

जिसका कोई शत्रु न हो – अजातशत्रु

जो लेने की चाह रखता हो – लिप्सु

जो सहन कर सकता हो – सहिष्णु, सहनशील

जो बहुत रूप धारण करता हो – बहुरूपिया

वसुदेव का पुत्र – वासुदेव

शक्ति के अनुसार – यथाशक्ति

जिसके पांच मुख हो – पंचानन, पंचमुखी

जिस पुस्तक में आठ अध्याय हो – अष्टाध्यायी

जिसमें संदेह न हो – निस्सन्देह

जिसकी हजार भुजाएं हो – सहस्त्रबाहु

जिसकी ऊपर की ओर भुजा हो – उध्र्व्बहू

जो प्रतिदिन नहाता हो – नित्यस्नायी

मोक्ष की इच्छा करने वाला – मुमुक्ष

जो न्याय को अच्छी प्रकार जनता हो – न्यायिक

किसी का पक्षपात करने वाला – पक्षपाती

जिसमे कोई सार न हो – निस्सार, सारहीन

जो देर तक रहे – चिरस्थायी

जो राजा का द्रोह करे – राजद्रोह

जो नई चीज निकाले – आविष्कारक

जिसका कोई अर्थ न हो – निरर्थक

जो साधा न जाए – असाध्य

जो पूर्ण समय में हुआ हो – भूतपूर्व

जिसके समान दूसरा न हो – अद्वित्य

जो क्षमा न किया जा सके – अक्षम्य

जिसकी संख्या न हो सके – असंख्य

जीके हाथ में चक्र हो – चक्रप्राणी

जो सुधार करे – सुधारक

स्त्री-पुरुष का जोड़ा – दम्पति

अपना मतलब साधने वाला – स्वार्थी

एक जाती के – सजातीय

अपना नाम स्वय लिखना – हस्ताक्षेप

जनता द्वारा चलाये जाने वाला राज्य – जनतंत्र

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