सुबह जल्दी कैसे उठे? सुबह जल्दी उठने की आदत कैसे डाले?

अपनी जिंदगी के शुरुवात के 25 साल देर रात तक जाग कर बिताने के बाद आखिर मैं एक सुबह जल्दी उठने वाला बन गया हूं। ऐसा कर पाना आसान नहीं था मैंने पहले भी बहुत बार कोशिश की थी पर fail हुआ, मगर जब मैंने यह ठान लिया कि अब बस बहुत हो चुका, अब मुझे सुबह जल्दी जागने वाला बनना है, तो मैंने यह कर दिखाया और अब मैं हर रोज सुबह 5 से 5:30 बजे के बीच कभी भी उठ जाता हूं और वह भी बिना किसी alarm की मदद के।

खास बात ये है कि अगर मैं कभी रात को देर से भी सोता हूं तब भी मेरी आँख खुद-ब-खुद सुबह अपने समय पर खुल जाती है। और यकीन करें यह मेरे लिए दुनिया की सबसे अच्छी feeling है क्योंकि मैं हमेशा से सुबह उठना चाहता था। इस आर्टिकल में हम बात करेंगे कैसे मैंने अपने आपको सुबह उठने वाला बनाया और कैसे आप इन tips को follow करके सुबह जल्दी उठने वाले बन सकते हैं।

तो आइए जानते है कि कैसे अपने आपको सुबह जल्दी उठने के लिए तैयार करें? सुबह जल्दी कैसे उठे? सुबह जल्दी उठने की आदत कैसे डाले?

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सुबह जल्दी कैसे उठे? सुबह जल्दी उठने की आदत कैसे डाले?

1. सुबह जल्दी उठने के लिए जल्दी सोना चाहिए

यह सबसे पहली और जरूरी बात है। हमारे शरीर को अच्छे से काम करने के लिए कम से कम 6 से 8 घंटे की नींद की बहुत जरूरत होती हैं। मैं 6 से 8 घंटे इसलिए कह रहा हूं क्योंकि आपकी नींद पर निर्भर करता है कि आपका शरीर कितने घंटे की नींद पर fresh feel करती है। अगर बिना किसी रुकावट के और शांति से नींद लें तो 6 घंटे की नींद काफी है। मगर पहले आप 8 घंटे का ही लक्ष्य लेकर चलें।

यह अलग बात है कि कभी-कभी सोने में देर हो जाएं, मगर routing यही रखें कि आपको जल्दी बिस्तर पर जाना है। अगर आपको सुबह 6 बजे उठने का लक्ष्य बनाया है तो कोशिश करें कि  10 से 10:30 तक बिस्तर पर आ जाए।

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2. जल्दी सोने का माहौल बनाएं

Famous Blogger Steve Pavilna का मानना है कि हमें तभी सोना चाहिए जब नींद आए और सुबह उठने की कोशिश करनी चाहिए, पहला दिन बेकार जायेगा मगर धीरे-धीरे आदत हो जाएगी। मगर मैं अपना अनुभव share करना चाहता हूं। जब हम यह सोचते हैं कि हम तभी सोयेंगे जब नींद आएगी और रात के 12, 1 बज जाते हैं तो सुबह उठना एक संघर्ष बन जाता है।

इससे अच्छा है कि आप अपने आप को सोने के लिए पहले से तैयार कर लें। अगला पूरा दिन खराब करने से अच्छा है कि रात के कुछ घंटे खराब कर लें थोड़ा पहले बिस्तर पर जाकर।

3. अपना मोबाइल बिस्तर से दूर रखें

जैसे की मैंने आपको बताया कि सोने का माहौल बनाने के लिए बिस्तर पर पहले चले जाएं भले ही आपको जल्दी नींद न आए, मगर मोबाइल का इस्तेमाल न करें। रात को बिस्तर में लेट कर मोबाइल check करना अच्छा तो बहुत लगता है पर नींद न आने का यही मुख्य कारण होता है।

Mobile को दूर रख कर आप अपने मन को थोड़ा हल्का रख सकेंगे ताकि वह भी सोने के मूड में आ जाए। मोबाइल से निकली radiation शरीर को थकाती हैं, light OFF करके बिस्तर पर लेटने से शरीर relax हो जाती है और sleeping mode में आ जाती है।

4. सुबह उठने की वजह ढूंढे

सुबह उठने के लिए प्रेरणा की बहुत जरूरी है, इसलिए कोई न कोई वजह जरूर रखें कि आपको सुबह उठकर वह करने है। जैसे जो काम आप देर रात करते हैं, अपने आपसे वादा करें कि सुबह उठकर वही पूरा करना है। अगर आप student हैं तो सुबह उठकर पढ़ने में आपको ही फायदा है क्योंकि उस समय mind fresh रहता है।

अगर आप office जाने वाले हैं तो आप सुबह का समय अपने चीज सहेजने में इस्तेमाल कर सकते हैं। Exercise या yoga शुरू कर सकते हैं जिससे आपको सुबह उठने की प्रेरणा मिले। हमारा लक्ष्य यह है कि हम सुबह उठ कर यह न सोचे कि कोई काम ही नहीं है चलो फिर से सो जाते हैं।

5. धीरे-धीरे सुबह उठने का समय घटायें

अब पहले दिन ही तो जंग नहीं जीती जाती। English की कहावत भी है – Rome was not built in a day. पहले दिन ही आप सुबह 6 या 5 बजे उठने वाले नहीं बन जायेंगे। इसलिए अपने सुबह उठने का समय धीरे-धीरे घटाए। अभी अगर आप 8 बजे उठते हैं तो कल 7:30 का alarm लगाएं। फिर 7:00 का, फिर 6:30 का। इससे आपको पता भी नहीं चलेगा कि कुछ दिन में ही आप 6 बजे का alarm लगाने लगेंगे और फिर बिना alarm के ही उठने लगेंगे।

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6. कम समय के लिए अपना लक्ष्य निर्धारित करें

इंसान का दिमाग बहुत ही कमाल का है, अगर कोई life changing event करना हो तो हम डर जाते हैं क्योंकि यह बहुत मुश्किल लगता है। मगर हम अगर कहें कि अगले 20 दिन या 30 दिन के लिए हम सुबह उठेंगे तब हमारा दिमाग कहता है कि चलो कोई नहीं कुछ ही दिनों की बात है, कर लेते हैं। और फिर 30 दिन बाद आपके शरीर को सुबह जल्दी उठने की आदत बन जाएगी तो दिमाग भी शरीर का साथ देगा और आपको सुबह उठने में प्रेरती करेगा।

7. अपने friends और relatives को बताएं

आप अपने दोस्तों और रिश्तेदारों के साथ share करें कि आप सुबह उठने की आदत डाल रहे हैं। कोई ऐसा होना चाहिए जो आप से आपकी प्रगति पूछता रहे। अगर आप अपनी प्रगति के बारे में बात करेंगे तो आप खुद को प्रेरित करेंगे अच्छा करने की और अपने लक्ष्य पर टिके रहेंगे।

सब जानते हैं कि मैं ऐसा कर रहा हूं तो मुझे विफल नहीं होना है, अपने आपको साबित करके दिखाना है कि जो मैं कहता हूं वह कर सकता हूं। बस इन्ही बातों का ध्यान रखें और यकीन करें खुद पर कि आप ऐसा कर सकते हैं कोई मुश्किल नहीं है बस थोड़ा धैर्य चाहिए।

शुरुवात के कुछ दिन भले ही आपको अच्छे न लगें, आपको वापिस पुराने जैसी routing पर आने का दिल भी करेंगे, मगर आपको बस किसी न किसी तरह से अपना प्रारंभिक लक्ष्य (20 दिन या 30 दिन) को पूरा करना है।

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