शायरी कैसे लिखते हैं? मुझे शायर बनना है शायरी कैसे लिखूं? कहां से शुरू करूं?

यूं तो आपने कई शायरों को सुना होगा और उस वक्त उनके शब्दों के जंजाल में फँस कर जब आपको उन शब्दों का मतलब पता चलता होगा तो आपको बहुत अच्छा लगता होगा। और उस समय आपके मन में एक उत्साह आ जाता है की आप शायर कैसे बने! मगर इस बारे में आपको कोई जानकारी न होने के कारण आप वहीँ पर रुक जाते हैं।

खैर! आपको घबराने की कोई जरूरत नहीं है। हम आपको यहाँ पर बड़े आसान ढंग से बता देंगे की आप की तरह से शायराना कर सकते हैं। लेकिन, आपको इसके लिए इस लेख के हर हिस्से को अच्छी ढंग से पढना होगा।

शायरी कैसे लिखते हैं? मुझे शायर बनना है शायरी कैसे लिखूं? कहां से शुरू करूं?

शायरी कैसे लिखते हैं? मुझे शायर बनना है शायरी कैसे लिखूं? कहां से शुरू करूं?
Shayar kaise bane? Shayari kaise likhe?

क्या होती है शायरी?

सार्थक उपाध्याय के अनुसार सार्थक जी ने शायरी के ३ अर्थ बताए हैं। उनके मुताबिक़ शायरी का पहला अर्थ यह है कि– शायरी एक ऐसी विधा है जिसमें कुछ शब्दों का एक खूबसूरत जंजाल होता है, जिसे सुनकर लोग शायर के शब्दों की प्रसंसा करते हैं। शायराना शब्दों में हम इसे ‘वाह’ या ‘मुक़र्रर’ कह सकते हैं।

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दूसरा अर्थ – शायरी खूबसूरत शब्दों के कड़ी मिलकर बनी होती है। जिसमें कई तरह की भाषाएँ शामिल होती है। सार्थक जी के अनुसार शायरी करने के लिए आपको शब्दकोश का ज्ञान होना चाहिए, जिसमें उर्दू और हिंदी शब्दों की विशेष महत्ता है।

तीसरा अर्थ- सार्थक जी कहते हैं कि शायरी एक ऐसी विधा है जिसकी मदद से हम कुछ शब्दों के अनुप्रास को एक करते हैं और उससे एक तुक रुपी शब्द का निर्माण कर न अपने विचार व हाव-भाव को सबके समक्ष रखते हैं।

शायरी लिखने वाले व्यक्ति को हम शायर या सुख़नवर के नाम से जानते हैं।

शायरी लिखने के लिए किस तरह के शब्दों का ज्ञान होना चाहिए?

इसके लिए व्यक्ति या शायर को हिंदी और कुछ उर्दू शब्दों का विशेष ज्ञान होना अत्यंत आवश्यक है। इसके अलावा व्यक्ति को फ़ारसी, अरबी और तुर्की भाषा का भी थोड़ा बहुत ज्ञान होना चाहिए।

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शायरी लिखने के लिए कुछ स्टेप्स

  1. आप तुक शब्दों का अर्थात ‘rhyming’ वर्ड्स का कलेक्शन करें।
  2. यह बहुत ख़ास स्टेप है, जिसमे आपको कई प्रसिद्ध शायरों को सुनना है और उन्हें फॉलो करना है। साथ ही उनके शब्दों पर भी गौर करते रहना है।
  3. वर्ड के कलेक्शन में आप सभी विचार के शब्दों का संग्रह करें। उदा. विरह वेदना के शब्द {दर्द वाले शब्द} और मंगल रुपी शब्द {ख़ुशी वाले शब्द} ।
  4. जब आप शायराना करें तो किसी एक वस्तु के बारे में और उससे जुडी चीजों या रहस्यों को इकठ्ठा करें। उदा. इश्क में दिल टूटने पर क्या होता है और आपकी फीलिंग कैसी होती है? इस पर मैं एक शायरी बनाकर देता हूँ- “इश्क की इबादत करना हम भूल गए, ये तब हुआ जब तुम हमें छोड़ कर चले गए!!” यहाँ पर शायर इश्क के चले जाने के बाद उनकी सोच को शब्दों के जाल की मदद से बता रहा है। यह विरह वेदना से जुड़ा हुआ है।
  5. जिस तरह की आप शायरी करना चाहते हैं अगर आप उस दौरान सिर्फ उसी चीज के बारे में सोचते हैं तो आपके लिए बहुत अच्छा होगा।

कुछ विशेष शायर जिन्हें आपको फॉलो करना है

ग़ालिब, अकबर इलाहबादी, दाग, मीर, मोमिन, कबीर, जौक, जफ़र, हसरत जयपुरी, फैज अहमद फैज, निदा फाजली, राहत इन्दोरी, गुलज़ार, मुनव्वर राणा, और कुमार विश्वास कुछ ऐसे बड़े शायर हैं जिन्हें आपको सुनना चाहिए।

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