आर्टिकल कैसे लिखे? स्मार्ट उपाय हिन्दी में

नमस्कार दोस्तों, आज का हमारा पोस्ट उन सभी लोगों को समर्पित है जो आर्टिकल लिखते है या फिर आर्टिकल लिखना चाहते है। आर्टिकल लिखने के लिए आपके अंदर लेखन कौशल यानि कि writing skill होनी बहुत ज़रूरी है। आपने देखा होगा की बहुत से ऐसे लोग होते है जिन्हे बात करना और हर विषय पर भाषण देना आता है लेकिन जब उन्हे कुछ लिखने के लिए कहा जाए तो वो सोचते रह जाते है कि क्या लिखे ओर कैसे शुरू करे।

आज आप जानोगे कि कैसे आर्टिकल लिखा जाता है और आर्टिकल लिखने के लिए अपनी writing skill कैसे सुधारे।

आर्टिकल कैसे लिखे ये जानने से पहले आपको ये जानना बेहद ज़रूरी है कि आर्टिकल होता क्या है और आर्टिकल कौन लिख सकता है ?

आर्टिकल होता क्या है?

आर्टिकल को अगर हिन्दी मे भाषा में कहा जाए तो इसका मतलब होता है लेख। अगर कोई अपने ज्ञान को लिखता है तो उसे आर्टिकल कहा जाता है। आर्टिकल के ज़रिए आप अपनी प्रेरणा दूसरों के साथ साझा कर सकते हो।

आर्टिकल या लेख किसी चीज़ के बारे में भी हो सकती है। जैसे – स्वास्थ्य से संबंधित आर्टिकल, रिश्तों से संबंधित आर्टिकल, technology आर्टिकल, प्रेरणादायक आर्टिकल आदि। आर्टिकल के ज़रिए आप अपनी सोच और अनुभव को दुनिया के सामने रख सकते हो।

आर्टिकल कौन लिख सकता है?

आर्टिकल लिखने के लिए writing skill की ज़रूरत होती है लेकिन इसका मतलब ये नही कि जिनके पास writing skill नही वो आर्टिकल नही लिख सकते। आर्टिकल कोई भी लिख सकता है, बस आर्टिकल की quality मे difference होती है। अगर देखा जाए तो दुनिया मे 2 टाइप के लोग होते है –

  • बक-बक करने वाला लोग – जो लोग हमेशा कुछ ना कुछ बक-बक करते रहते है, उन्हे gossip करना बहुत पसंद होता है, लेकिन अगर ऐसे लोगो को आर्टिकल लिखने के लिए कहा जाए तो वो सोचने मे अपना समय बिता देंगे पर ज़्यादा कुछ लिख नही पाएँगे। लेकिन अगर ऐसे लोग writing practice करे तो अपनी writing skill और आर्टिकल लिखने का talent develop कर लेंगे।
  • चुप-चुप रहने वाले लोग – जो लोग हमेशा चुप-चाप रहते है, लोगो के साथ ज्यादा बातें नही करते, कभी अपनी तकलीफ़ share नही करते। ऐसे लोगो के दिमाग मे हमेशा कुछ ना कुछ चलता रहता है और इनकी सोच और express करने की शक्ति बहुत स्ट्रॉंग होती है। अगर ऐसे लोग आर्टिकल लिखते है तो आर्टिकल लिखने मे ज्यादा परेशानी नही होती, वो अपनी thinking power के ज़रिए बहुत अच्छा आर्टिकल लिख सकते है।

तो दोस्तों अब आपको clear हो गया होगा कि आर्टिकल होता क्या है और किस टाइप के लोग आर्टिकल लिख सकते है। लेकिन एक बात याद रखिए कि आर्टिकल कोई भी लिख सकता है पर आर्टिकल लिखने के लिए practice की ज़रूरत होती है। तो चलिए अब हम आपको बताते है कि आर्टिकल लिखने के लिए किस टाइप की practice करने की ज़रूरत होती है।

आर्टिकल लिखने का अभ्यास कैसे करे ?

किसी भी काम को perfectly करने के लिए आपको practice करने की ज़रूरत होती है, और अगर आप high quality article लिखना चाहते है तो सबसे पहले आपको आर्टिकल लिखने की practice करनी होगी। ऐसा नही है कि आप पहली बार कोई आर्टिकल लिखने जा रहे हो ओर पहली ही बार मे आपकी आर्टिकल लिखने का skill develop हो जाए। आर्टिकल writing skill develop करने के लिए आपको practice की ज़रूरत होगी। आप नीचे दिए गये पॉइंट को फॉलो करे और सबसे पहले अपनी writing skill को improve करे।

1 – Disturbance ना हो

आर्टिकल लिखने के लिए दिमाग का पूरा एकाग्र होना बहुत ज़रूरी है, अगर आर्टिकल लिखने के दौरान आप बार-बार अपने मोबाइल के मैसेज चेक करोगे, या आपके घर मे टीवी चल रहा हो या बच्चे परेशान कर रहे हो तो आपका concentration टूट जाता है, ऐसे मे आप आर्टिकल लिख नही पाओगे।

आर्टिकल लिखने के लिए शांत वातावरण की ज़रूरत होती है। आर्टिकल लिखने से पहले ये ज़रूर ध्यान रखे की आपका दिमाग बिलकुल शांत हो ओर आपको परेशान करने के लिए आपके पास कोई ना हो।

2 – सोचे फिर लिखे

जिस विषय पर आपको आर्टिकल लिखना है उसके बारे मे पहले सोचे कि क्या-क्या पॉइंट आर्टिकल मे होने चाहिए और किस-किस पॉइंट को ज़्यादा फोकस करना है। अगर आप पहले से prepare हो जाएँगे तो आपको आर्टिकल लिखने के दौरान ज़्यादा सोचना नही पड़ेगा।

मैं हमेशा जिस विषय पर आर्टिकल लिखता हूँ उस विषय को एक दिन पहले ही select कर लेता हूँ और पूरे दिन अपने विषय के बारे मे सोचता रहता हूँ, इससे मुझे वो सारे points को लिखने मे आसानी होती है जिसे मैं अपने आर्टिकल मे लिखना चाहता हू। अगर आप अचानक से कोई विषय पर आर्टिकल लिखोगे तो आप समझ नही पाओगे की आपको अपने आर्टिकल मे क्या-क्या लिखना है, इसलिए हमेशा पहले अपने आर्टिकल के बारे मे सोचे फिर लिखे।

3 – आर्टिकल read करे

जितना हो सके आप आर्टिकल read करो। आर्टिकल read करने से एक basic idea मिल जाती है कि आर्टिकल कैसे लिखना चाहिए। आप इंटरनेट की हेल्प से बहुत से आर्टिकल read कर सकते हो। इससे आपका knowledge भी improve होगा और आपको ये भी पता चल जाएगा कि आर्टिकल कैसे लिखा जाता है।

4 – छोटे आर्टिकल लिखने से शुरुवात करे

ऐसा नही है कि आप जो भी आर्टिकल लिखे वो 1000 शब्दों से ज़्यादा का होना चाहिए। आप शुरुवात मे 300 से 500 शब्दों का आर्टिकल लिखने की कोशिश करे। और धीरे-धीरे शब्द संख्या को बढ़ाये। अगर आप पहले ही सोच लोगो की आर्टिकल 1000 शब्दों का होगा तो आप कुछ लिख ही नही पाओगे।

5 – रोज कुछ ना कुछ लिखे

हमेशा एक ही काम करने से आप उस काम मे धीरे-धीरे perfect होने लगते हो। अगर आप रोज कुछ ना कुछ आर्टिकल लिखोगे तो आप अपने writing skill और thinking power को विकसित कर सकोगे जो की आर्टिकल लिखने के लिए बहुत ज़रूरी होती है।

इन सभी points को ध्यान मे रखते हुए आप आर्टिकल लिखने की practice कर सकते हो, जैसे जैसे आप आर्टिकल लिखते जाओगे वैसे वैसे आपका आर्टिकल writing skill improve होता जाएगा। लेकिन आर्टिकल लिखने के लिए कुछ बातों का आपको ख्याल रखना होगा, जिससे आप अपने आर्टिकल के ज़रिए दूसरों को confuse ना कर सके।

एक आर्टिकल मे information के साथ साथ interaction की भी ज़रूरत होती है, और अगर आपका आर्टिकल लोगो के साथ communicate नही कर पता तो आपका आर्टिकल कोई भी पूरा read नही करेगा। तो चलिए आपको बताते है कि एक आर्टिकल को कैसे informative और interactive बनाया जाए ?

आर्टिकल कैसे लिखे ?

किसी भी आर्टिकल का informative और interactive होना बहुत ज़रूरी है, ताकि कोई भी आपका आर्टिकल पूरा पढ़े और उन्हे उनके सवालों के जवाब मिल सके। मैने इंटरनेट पे बहुत से ऐसे आर्टिकल पढ़े है जो बहुत ही informative होते है पर उनमें से बहुत से आर्टिकल ऐसे भी होते है जो बताते तो कुछ नही पर हमारा समय बर्बाद करते है।

अगर आप चाहते हो कि आपका आर्टिकल सभी पढ़े और उनका समय भी बर्बाद ना हो तो आपको अपने आर्टिकल को informative और interactive बनाना होगा।

किसी भी आर्टिकल में 4 section होते है।

  1. Introduction section
  2. Main section
  3. Conclusion section
  4. Thanks giving section

इन चारों section को अपने आर्टिकल मे add करके आप अपने आर्टिकल को informative के साथ साथ interactive भी बना सकते हो। तो चलिए इनके बारे मे आपको विस्तार से बता दे।

1 – Introduction Section

ये किसी भी आर्टिकल का introduction पार्ट होता है। अगर आप कोई आर्टिकल लिख रहे हो तो सबसे पहले उसके बारे मे short detail बताए, और ये भी बताए की आप अपने आर्टिकल मे क्या जानकारी देने वालो हो, क्यों दे रहे हो।

उदाहरण के लिए – मान लीजिए कि आप ATM कैसे इस्तेमाल करे के बारे मे एक आर्टिकल लिख रहे हो तो आपको introduction section मे ATM के बारे मे basic detail लिखना होगा, जैसे – आज हम आपको ATM कैसे इस्तेमाल किया जाता है उसके बारे मे बताएँगे लेकिन सबसे पहले ये ज़रूर जान ले कि ATM होता क्या है, ATM क्यों ज़रूरी है, ATM use करने के फायदे क्या है।

Introduction section बहुत ही strong होना चाहिए ताकि जो भी आपके आर्टिकल को read करे उन्हे ये पता चल जाए की आर्टिकल को पूरा read करने से उन्हे क्या फायदा होगा, और वो क्या जानेंगे।

बहुत से ऐसे लोग भी है जो आर्टिकल के introduction section मे कुछ ऐसे लिखते है जो उनके टॉपिक से belong नही करता, ऐसे आर्टिकल को कोई भी read करना पसंद नही करता।

2 – Main Section

Main section मे आपको अपने आर्टिकल का पूरी जानकारी देना है। अपने introduction section मे जो कुछ भी जानकारी दी थी उसे यहाँ detail मे समझना है। अपने आर्टिकल को interactive बनाने के लिए आप अपना real life experience share कर सकते हो।

लोगो को ऐसे आर्टिकल read करने मे अच्छा लगता है जो उनके life के कुछ पल को flash करता हो। अगर आप पाने आर्टिकल मे अपने experience share करते हो तो आपका आर्टिकल interactive हो जाता है और लोग आपके आर्तिकले को पूरा read करते है।

उदाहरण के लिए – मान लीजिए कि आप ATM कैसे इस्तेमाल करे के बारे मे एक आर्टिकल लिख रहे हो तो आपको main section मे ATM के बारे मे पूरी जानकारी देनी होगी, और अपने आर्टिकल को interactive बनाने के लिए real life experience share करनी होगी, जैसे – जब मुझे ATM मशीन इस्तेमाल करना नही आता था तब मे अपने दोस्तों या किसी भी व्यक्ति को कहता था की पैसे निकाल दो, तब मुझे थोड़ा अजीब लगता था कि मेरे पास ATM कार्ड होते हुए भी मे खुद से पैसे नही निकाल सकता हू। तब मैने सोचा की ATM इस्तेमाल करना इतना मुश्किल भी नही और मैं भी इसे use करना सिख सकता हू।

आपके आर्टिकल का भाषा जितना simple होगा लोग उसे easily समझ सकेंगे ओर आपको अपने आर्टिकल के ज़रिए interact करने मे भी कोई समस्या नही होगी।

3 – Conclusion section

यहाँ आपको अपने आर्टिकल का main point बताना है। इससे ये होगा की लोगो को आपके आर्टिकल एक overall view मिल जाएगा और लोग आपके आर्टिकल को समझ जाएँगे। आप conclusion section मे extra points भी लिख सकते हो।

आपको अपने स्कूल के दिन तो याद ही होंगे, जब भी स्कूल मे कोई भी chapter complete होता था तब टीचर हमे उस chapter का overall revision कराते थे ताकि वो chapter के main-main points हमे याद हो जाए। बस आपको ऐसा ही करना है आपको अपने readers को revise करना है कि उन्होने आपके आर्टिकल को read करने से क्या मिला और क्या उन्हे नही करना चाहिए।

उदाहरण के लिए – अगर मैं ATM कैसे इस्तेमाल करे आर्टिकल का conclusion section लिखूंगा तो कुछ ऐसा होगा – अब तो आप पूरी तरह समझ गये होंगे की ATM कैसे इस्तेमाल किया जाता है, लेकिन आपको ये बात ध्यान मे रखनी चाहिए कि ATM इस्तेमाल करने के बाद तुरंत आप ATM मशीन को छोड़ के ना चले जाए। कभी-कबार ऐसा होता है कि पैसे निकालने के बाद हम ATM मशीन तुरंत छोड़ के चले जाते है और अपना ATM कार्ड वही पर भूल आते है। ऐसा मेरे साथ भी हुआ है।

4 – Thanksgiving Section

यहाँ आपको अपने रीडर्स के साथ interact करने का मौका मिलता है। Thanksgiving section मे अपने रीडर को धन्यवाद कहे क्योंकि उन्होने आपका आर्टिकल पूरा read किया है और उन्हे ये भी बताए कि अगर आपकी ये आर्टिकल अच्छी लगी तो इसे अपने फ़्रेंड और रिलेटिव के साथ ज़रूर share करे।

हम अपने आर्टिकल रीडर को एक मेहमान की तरह देख सकते है, जिसे आपको पूरी तरह satisfy करना है, ताकि को खुश हो जाए। अगर रीडर खुश तो आपका आर्टिकल भी पॉपुलर हो जाएगा।

तो दोस्तों इस आर्टिकल मे आपने जाना कि आर्टिकल लिखने की practice कैसे करे ओर आर्टिकल कैसे लिखे। लेकिन आखिर में एक सवाल आता है कि आर्टिकल लिखने के लिए कितने शब्दों का इस्तेमाल किया जाए। अगर आप अपने आर्टिकल मे 4 section को add करते हो तो आपका आर्टिकल 1000 शब्दों से ज़्यादा का होगा।

लेकिन अगर आप अपने आर्टिकल को simple रखोगे तो आपका आर्टिकल 500 शब्दों मे ही ख़त्म हो जाएगा। देखिए किसी भी आर्टिकल मे main section तो होती ही है और main section ही किसी भी आर्टिकल का back bone होता है। पर आर्टिकल writing skill improve होने के साथ साथ आपके आर्टिकल के introduction section, conclusion section और thanks giving section strong होता जाता है।

इंग्लिश मे एक कहावत है कि Practice Make A Man Perfect … बस आपको practice करनी है और अपने आर्टिकल writing skill को improve करना है

तो फ़्रेंड आज का हमारा आर्टिकल आपको कैसे लगा हमे कमेंट के ज़रिए ज़रूर बताए। HAPPY BLOGGING

10 thoughts on “आर्टिकल कैसे लिखे? स्मार्ट उपाय हिन्दी में”

  1. Sanjeet Lahri

    बहुत ही अट्रैक्टिव पोस्ट है आपकी, धन्यवाद

  2. अगर हमारे पास point नही हे तो फिर भी मुझे अर्टिकल लिखना हे अगर मेने उश आर्टिकल छोठे छोठे पेराग्राफ में दुगा तो चले गा क्या

  3. हिमांशी

    मुझे आपका लिखने का तरीका बहुत पसंद है आप फालतू का समय बर्बाद नही करते । मैं आपके द्वारा बतायी गयी बातों को जरूर follow करूँगी । धन्यवाद

  4. बहुत ही अच्छा सुचना दी है अपने सर, अब सभी ब्लॉगर अच्छा कांटेक्ट तो लिख ही सकता है।
    Thanks

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