एक अमीर आदमी घूमने के लिए समुद्र में नाव लेकर चला। वह काफी दूर निकल गया था की अचानक जोर का तूफान आया। नाव थपेड़ों से क्षतिग्रस्त होकर डूबने लगी, तो वह समुद्र में कूद पड़ा। तूफान थमा, तो उसने खुद को एक निर्जन द्वीप पर पाया। उसने सोचा कि मैंने जिंदगी में किसी का भी बुरा नहीं किया, फिर ईश्वर ने मुझे ऐसी विपदा में क्यों डाल दिया।
अब पूरी जिंदगी यहीं बीतेगी। खैर रहने के लिए उसने झोपड़ी बनाई। रात हुई और वह उसमें सो गया। रात में अचानक मौसम बदला, बिजलियाँ कड़कने लगीं, और एक बिजली झोपड़ी पर गिरी। देखते ही देखते उसमें आग धधकने लगी।
अपने झोपड़ी को आग की लपटों में देखकर वह आदमी पूरी तरह टूट गया। सिर पर हाथ धरे वह ईश्वर को कोस ही रहा था कि अचानक एक नाव टापू के किनारे आ लगी। उससे दो व्यक्ति उतर कर आए और कहने लगे कि यहाँ जलती हुई आग देखी, तो लगा कि कोई यहाँ मुसीबत में है और मदद के लिए संकेत दे रहा है।
इस प्रकार उस व्यक्ति की जान बच गई, तो दोस्तों इस छोटी से कहानी से हमने क्या सिखा ?
” जो होता है अच्छे के लिए होता है। “
मान लो आप एक इंजीनियर हो और आपको एक नए प्रोजेक्ट का head बना दिया जाए तो आपको कैसा लगेगा, आपके लिए एक नई अवसर होगी कुछ नई चीजें सिखने या जानने के लिए।
मगर इसके विपरीत हुआ तो, जैसे आपका promotion होने की बजाय आपका transfer हो जाए, तो आपके दिल पे क्या बीतेगी ? अगर आपकी जिंदगी में कोई बुरा वक़्त आता है तो उस वक़्त से दूर नहीं भागना चाहिए, जैसे हम खुशी के पलों को जीते है उसी प्रकार दुख के पलों को भी ख़ुशी की तरह जीना चाहिए।
क्या आपको पता है दुख के पल हमारी जिंदगी में क्यों आते हैं ?
हर रात के बाद उजाला, हर दुःख के बाद सुख आता ही है, तो ये तो पक्का है कि दुःख के बाद जो आयेगा वो सुख ही है। अगर हम दुख को दुख की तरह जिए तो दुख के पल और लम्बे हो जायेंगे, इसलिए दुख के कारण हतास या निराश नहीं होना चाहिए। इसका डट के सामना करना चाहिए क्योंकि जो कुछ भी हमारी जिंदगी में होता है हमारी भलाई के लिए ही होता है।
बहुत ही अच्छी बात है.
धन्यवाद धर्मेन्द्र जी
Bahut badhiya… Salute to writer
Thanks rajesh ji.. Stay in touch