क्या पीरियड के दौरान शारीरिक संबंध बनने से लड़की गर्भवती हो जाती है?

Kye period me relation banane se ladki pregnant ho jayegi? अगर आप भी ऐसा सोचते हो कि पीरियड के दौरान शारीरिक संबंध बनने से महिला प्रेग्नेंट या गर्भवती हो जाती है तो आपकी सोच गलत है।

जो लोग इस तरह कि सोच का शिकार है, वो 100% एक गलत जानकारी रखते है।

ऐसी सोच के जन्म का कारण अज्ञानता है, प्रेगनेंसी से जुड़ी अज्ञानता।

कुछ लोग ऐसा मानते है कि अगर पुरुष का शुक्राणु सीधे महिला के गर्भाशय में चला जाए तो गर्भ अवश्य ठहरता है।

जिन स्त्री-पुरुष को बच्चे नहीं होते, उनके सगे-संबंधी, दोस्त उन्हें सलाह देते है कि ” पीरियड के दौरान शारीरिक संबंध बनाओ “।

गर्भ कैसे ठहरता है, इस बात कि वैज्ञानिक जानकारी ना होने के कारण लोग इस सुनी-सुनाई बात पर यकीन कर लेते है कि जब महिला के बच्चेदानी का मुख खुला हो, तभी शुक्राणु अन्दर जायेगा और गर्भ ठहरेगा।

इस बनावटी जानकारी के चलते वो पीरियड के दिनों में भी संबंध बनाना चाहते है।

क्योंकि तब बच्चेदानी का मुंह खुला होता है।

क्या पीरियड के दौरान शारीरिक संबंध बनने से लड़की गर्भवती हो जाती है?

गर्भ कैसे ठहरता है इसके बारे में हमने अपने पिछले article “ पीरियड के कितनी दिन बाद प्रेगनेंसी होती है ” में विस्तार से जानकारी दी है।

यहाँ ये जानकारी भी दे देते है कि गर्भ दरअसल कब ठहरता है।

संक्षेप में पहले ये जान लेते है जान लेने जरूरी है कि महिला के गर्भाशय में शुक्राणु के जाने से गर्भ नहीं ठहरता बल्कि जन महिला के डिम्ब शुक्राणु का मिलन होगा, तभी गर्भ ठहरता है।

यह मिलन गर्भाशय के बाहर अंदर कही भी हो सकता है।

यह मिलन तभी होगा जब महिला के शरीर में डिम्ब बन रहा हो।

महिला के पीरियड जिस तारीख को आना है, उससे लगभग 14 दिन पहले लड़की के डिम्बाशय से एक डिम्ब निकलता है।

इस डिम्ब से अगर पुरुष शुक्राणु मिल जाए तो गर्भ ठहर जाता है।

इसलिए पीरियड शुरू होने से 14 या 15 दिन पहले संबंध बनाया जाए तो गर्भधारण कि सबसे ज्यादा संभावना रहती है।

इस बात को आप इस तरह समझे।

अगर किसी महिला कि पीरियड शुरू होने कि तारीख 24 है तो उससे 14 दिन पहले यानि कि 10 तारीख को संबंध बनाया जाए तो गर्भ ठहरने कि 90% संभावना होती है।

पीरियड शुरू होने कि तारीख से 14 दिन पहले डिम्बाशय से डिम्ब निकालने कि सबसे ज्यादा संभावना होती है।

यह डिम्ब इस तारीख से दो-चार दिन पहले या बाद में भी निकल सकता है।

इसलिए 10 तारीख से पहले 9, 8, 7 और 6 तारीख को भी गर्भ ठहरने कि संभावना बनी रहती है।

10 से बाद भी 11, 12, 13, 14 तारीख तक ये संभावना मौजूद होती है क्योंकि यह डिम्ब दो-चार दिन पहले या बाद में आ सकता है।

फिर यह डिम्ब महिला के शरीर में 24 घंटे तक जीवित रहता है, इसलिए इस दौरान भी शुक्राणु से उसका मिलन हो जाए तो गर्भ ठहरता है।

अब आप समझ गए होंगे कि गर्भधारण कि संभावना कब तक रहती है।

पीरियड शुरू होने से एक सप्ताह पहले और पीरियड शुरू हो जाने के एक सप्ताह बाद तक तो गर्भ ठहरने कि संभावना बहुत कम होती है।

क्या पीरियड के दौरान शारीरिक संबंध नहीं बनाना चाहिए?

क्या अपने मन में भी ये डर है कि पीरियड के दौरान संबंध बनाने से आप pregnant हो जाओगे तो आज आपके सभी डर होने वाली है और आज आप जानोगे कि क्या Period के दौरान शारीरिक संबंध बनाना चाहिए या नहीं. इस भ्रामक धारणा का जन्म भी उसी धारणा से जुड़ी हुई है, जिस धारणा के चलते ऐसी सोच विकसित हुई कि पीरियड के दिनों में महिला/लड़की पवित्र नहीं होती।

इसलिए पुरुष और खुद स्त्रियों कि भी ऐसी भ्रामक धारणा बन गई कि पीरियड के दिनों में शारीरिक संबंध बनाना यानि कि से-क्स करना अनैतिक है, पाप है।

इससे कई शारीरिक नुकसान हो सकते है।

पर सच्चाई ये है कि पीरियड के दौरान संबंध बनाना नुकसानदेह नहीं है।

यह पाप भी नहीं है।

उल्टा इन दिनों संबंध बनने से गर्भधारण कि दृष्टि से सुरक्षित होता है है यानि कि महिला गर्भवती नहीं होती।

क्योंकि पीरियड के दिनों में स्त्री को गर्भ नहीं ठहर सकता, इसलिए कुछ स्त्रियां इन दिनों संबंध का बेहतर आनंद लेती है।

इन दिनों स्त्री को प्राइवेट पार्ट में अधिक गीलापन तथा अधिक संवेदना होती है, इसलिए वह ज्यादा आनंद का अनुभव करती है।

मासिक धर्म के दिनों में छुआछुत मानने की प्रथा

मासिक धर्म या पीरियड के दिनों में लड़कियों को घृणात्मक दृष्टि से देखा जाता है और उससे अछूतों जैसा व्यवहार किया जाता है।

हमारे देश में पीरियड के दौरान महिला को अस्पृश्य (untouchable) माना जाता है। जैन, मारवाड़ी और दक्षिण भारतीय महिलाओं के नज़रिए से पीरियड के दौरान स्त्री का शरीर पवित्र नहीं रहता।

कपड़े और खाने-पिने की चीजें उसे मनाही होती है।

आचार बनाना, बड़ी, पापड़ बनाना, आचर पर परछाई पड़ना, नहाना, बाल धोना, व्यायाम करना, swimming करना, संभोग करना, आँखों में काजल लगाना, दिन में सोना, पानी को छूना, रस्सी कूदना, कड़ी मेहनत करना, हँसना, खेलना, जैसे काम करना भी उनके लिए वर्जित है।

पूजा करने का तो सवाल ही पैदा नहीं होता।

पुराणपंथी महिलाओं की मान्यता तो यहाँ तक है कि पीरियड वाली स्त्री के हाथ का भोजन खाने से पुरुष की उम्र घट जाती है।

ऐसी स्त्री को अलग बिस्तर पर सोना पड़ता है।

अलग बर्तन में खाना और उसे खुद मांजने का नियम है।

कहीं-कहीं घर के सारे कपड़े धोना और सारे बर्तन मांजने का काम ऐसी स्त्री को सौप दिया जाता है।

वैज्ञानिको के मुताबिक, पीरियड के दिनों में शारीरिक सफाई की ओर विशेष ध्यान देकर, pad का इस्तेमाल करते हुए lingerie (ladies inner-wear) पहनकर चुस्त-दुरुस्त बनके घर के सरे काम किए जा सकते हैं।

पुरुष को चाहिए कि इन दोनों में स्त्री से सहानुभूति पूर्वक व्यवहार करके उसका मनोबल बढाए।

Periods में अपवित्र होने की भावना मन से निकाल दें।

ऐसे दिनों में 4 से 5 दिन अपाहिजों की तरह स्त्री को समय गुजारना कतई ठीक नहीं कहा जा सकता।

इसे भी पढ़ें-

आज आपने क्या जाने?

आज आपने जाना कि पीरियड के दौरान संबंध बनाने से क्या होगा और साथ में ये भी जाना कि जब पीरियड हो तो संबंध बनना चाहिए या नहीं।

अगर आप family planning कर रहे हो तो आज का हमारा आर्टिकल आपके लिए काफी helpful रहा होगा।

अगर आपको हमसे कुछ पूछना चाहते हो तो comment जरुर करे। धन्यवाद

Scroll to Top