ना वो बेवफा ना हम बेवफा- मुस्लिम True Love Story

Hii Frndzz, Myself Arhan Shaikhh, मैं कोई writer नहीं हूं और न ही मैं कोई regular reader हूं। मैं आपके साथ अपनी ये कहानी सिर्फ़ इसलिए share कर रहा हूं क्योंकि ये मेरी जिंदगी का सबसे बड़ा सच है और मैं चाहता हूं कि आप भी वही ग़लती न दोहराए जो मैने की और हर पल पछता रहा हूं।

बात उस वक़्त की है जब मैने 12th का exam दिया था। Vacation में पापा ने कंप्यूटर खरीद कर दिया क्योंकि मैं कंप्यूटर्स में बहुत interested था और मुझे कंप्यूटर कोर्स भी join करना था।

जैसे ही कंप्यूटर आया मैने अपने मोबाइल के जरिये net start किया और अपनी फ़ेसबुक की ID start की। मैं दिन भर अपने दोस्तों से chat करता था क्योंकि पहले मेरा फोन chat नहीं support करता था और मेरा ठीक time pass हो जाता था।

मैं facebook पर बहुत interesting स्टेटस पोस्ट करता था। अक्सर मैं नोट करता था कि एक लड़की मेरे हर पोस्ट को follow कर रही है। और उसके likes भी आ रहे थे बस मैने chance देखा और fb पर friend request भेज दी जब की मैं उसे जानता भी नहीं था।

उसने मेरी friend request accept कर लिया। माफ कीजिएगा For security reason मैं उसका real name नहीं बता पाउँगा, नाम उसका आप आलिया (निकनेम ) मान के चलो।

मैने एक दिन उसे `Hi` मेसेज भी किया। लेकिन मैने वो मेसेज टाइम पास करने के लिए कर रहा था, क्योंकि मैं प्यार व्यार में जरा भी यकीन नहीं करता था। सामने से कोई जवाब नहीं आया।

मैने दूसरी बार फिर मेसेज किया और इस बार उसकी तरफ से जवाब आ गया। मैने `How are you?` का message किया उसने reply भी किया। फिर मैने अपना परिचय दिया और उसने सिर्फ़ अपना नाम बताया।

मैं fb पर अक्सर स्टेटस पोस्ट किया करता था, मेरे पोस्ट सब दर्द भरे रहते थे और वो like भी करती थी। मैने उसकी friend list check की पता चला कि उसने एक महीने पहले ही अपना facebook id बने है

फिर हमारी Hi, Hello, ज़्यादा होने लगी। मैं भी उससे बहुत बात करने लगा लेकिन वो सब मेरे लिए सिर्फ़ टाइम पास था क्योंकि उस वक़्त मेरे पास करने के लिए कोई काम नहीं होता था।

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पहले 1 महीने तक हमारी बात normal होती रही। उसके बाद मैं जाने अंजाने में उसके close होता गया जब कि वो उतनी close नहीं थी मुझसे। पहले हमारा fb पर कोई fixed timing नहीं था लेकिन अब हमारा fixed timing था उसे जब काम होता या मुझे होता तो हम एक दूसरे को समय दे देते और वही समय पे आकर chat करते थे।

मेरा vacation खत्म होने पर था, HSC के result आ चुके थे, मैं 67% marks से पास हो गया था और कॉलेज में admission ले लिया। लेकिन हमारी chat बढ़ती चली गयी अब हम chat पर बहुत close हो चुके थे but as a friend।

मैं उसे सिर्फ़ टाइम पास समझने की कोशिश करता था। फिर भी हम एक दूसरे की बहुत care करने लगे मुझे भी बहुत अक्चा लगता था। अभी तक हमने एक दूसरे को देखा नहीं था, मैने उससे अपनी real pic upload करने को कहा और मैने भी अपना pic upload किया।

उसका pic देखा तो माशा अल्लाह बहुत अच्छी लग रही थी। हमारा वक़्त ऐसे ही गुज़रता गया और हम अब इतने close थे कि हम एक दूसरे को खुद से ज़्यादा जानने लगे थे। मैं तब भी भी ignore करता था कि ये प्यार नहीं है।

क्योंकि ऐसा attraction 12th की picnic में मेरे साथ एक लड़की को लेकर हो चुका था। और मैने अपना past भी आलिया से share किया।

मेरा first year B।com का 1st semester आ चुका था, पहली बार ऐसा हुआ कि कोई exam हो और मैने उस exam की तैयारी न की हो। मैने ये बात आलिया को बताई। उसने मुझ से कहा कि अब exam के बाद ही बात करेंगे।

ना वो बेवफा ना हम बेवफा- मुस्लिम True Love Story
Muslim Love Story

मुझे पहले थोड़ा अजीब लगा और मैने भी सोचा कि exam मेरा है इसको बात करने में क्या problem है। मैने अपना exam दिया पढ़कर और exam क आखरी दिन जब मैने फ़ेसबुक खोला तो देखा कि उसका message था की “इंशाल्लाह आप पास होजाओगे और शाम में मिलो”।

मैने कहा कि “पहले क्यों नहीं बात किया” उसने समझाया कि अगर हम बात करते रहते तो आप concentrate नहीं कर पाते।”

अब मैं आप सभी को आलिया के बारे में बताता हूं ”आलिया एक अच्छे परिवार की लड़की थी, परिवार में उसकी मम्मी, छोटी बहन, एक बड़ा भाई और एक बड़ी बहन जिसकी शादी हो चुकी थी। आलिया के पापा नहीं थे।

बड़ा भाई job करता था और वो छोटे बच्चों को घर में tuition पढ़ाती थी और साथ ही साथ college से correspndnce कर रही थी।

वो मुझसे 3.5 साल बड़ी थी। यह बात हम दोनो जानते थे। हम दोनो की बाते यूही चलती रही।

मेरा result आया मैं सब subjects में पास था ये सुनकर उसने reaction में मुझसे कहा “Thank You Jaanu”।

Jaanu word सुनकर मैं चौंक गया लेकिन मुझे अंदर से बहुत अच्छा लगा। अगले message में उसने मुझसे जानू कहने क लिए sorry कहा और मैने कहा its ok आपको कहना है तो कह सकते हो उसने नहीं कहा।

मैने कुछ फिर नहीं कहा।

मैं अब खुद से ज़्यादा उसकी care करता था क्योंकि वो खाने के मामले में सुस्ती करती थी। सब पहले खा लेते थे फिर खाती थी। मैं भी उससे झूठ कह देता कि मैने भी नहीं खाया है तब खाती थी। जबकी सच तो यह है कि मुझे भूख बर्दाश्त नहीं होती है।

ऐसे हमें बात करते करते 8 महीने हो चुके थे अब हम दोनो का exam आ चुके थे उसका exam पहला था मेरा 20 दिन बाद।

बातो बातों में मैने एक दिन कहा कि – “मुझे आपसे फोन पर बात करनी है” उसने मेरा नंबर लिया और कहा कि first paper के बाद वो मुझसे फोन करेगी।

मैने कहा exam time हम बिल्कुल बात नहीं करेंगे फिर भी मैने कहा आप बस 5 मिनट के लिए फोन कर लेना। उसने कहा ठीक है और exam का time बताया।

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अगले दिन मैं अपने room में जाकर 2 बजे के बाद फोन का इन्तेजार करने लगा। 2।30 बजे के करीब मेरा phone बजा, मैने देखा unknown नंबर है मैने फ़ौरन सलाम किया,  जवाब दिया और माशा अल्लाह उसकी आवाज़ बहुत प्यारी थी।

हमने करीब 10 मिनट तक बात की खबर खैरियत पूछा और next exam के लिए best of luck कहा और कहा कि बात करके बहुत अच्छा लगा।

उसके बाद वो हर exam के बाद college से घर पहुँचने तक बात करती। अब मैं समझ नहीं पा रहा था के यह प्यार है या attraction।

मैने कहा जो भी हो ठीक है। Exam के बाद हमारी phone पर बात नहीं होती थी क्योंकि वो घर पर बात नहीं कर सकती थी। उसकी मम्मी को love marriage पसंद नहीं था। मैं अपने घर में अपने पापा से बहुत डरता था मेरे पापा old mind के इंसान है।

Vacation में मैने एक call center join किया और काम करने के वजह से मेरी आलिया से कम बात होने लगी क्योंकि मैं सुबह काम पर जाता और रात में जल्दी सो जाता था। Vacation खत्म होने वाला था, मैने job छोड़ दिया क्योंकि 2nd year का college start होने वाला था।

एक दिन chat पर मैने आलिया को प्रपोज़ कर दिया। मैं प्रपोज़ करना नहीं चाहता था लेकिन अपनी फीलिंग रोक नहीं पाया।

उसका reply था I love u 2 but as a frnd मैने उसकी बात समझली मैने OK कहा और हम अभी भी बहुत अच्छे friend थे।

एक महीने बाद कुछ emergency की वजह से आलिया को अपने गाँव जाना पड़ा, गाँव में उसकी बड़ी बहन रहती थी।

15 दीनो तक हमारी कोई बात नहीं हुई और मैं अंदर से टूटता जा रहा था। फिर 15 दीनो के बाद उसका फोन आया और खबर पूछा, मैं उस दिन बहुत खुश था, हमने थोड़ा बात किया फिर हमने शाम का time लिया chat करने के लिए।

Chat में और फोन पर मेरी आलिया बहुत बेचैन थी।

मैने reason पूछा तो उसने कहा I LOVE U JAANU A LOT, मैने कहा क्या हुआ?? उसने कहा के 15 दिन मेरे बिना उसकी जिंदगी के सबसे मुस्किल दिन थे और i love u alot मैंने कहा i love u 2 हमेशा मैं भी पूरी तरहा से टूट चुका था आपके बिना।

अचानक मेरे phone की घंटी बजी मैने phone उपर वाले room में जाके उठाया वो phone उसका था जब मैने हेलो कहा तो सामने से हल्का रोने की आवाज़ आ रही थी वो सिसक रही थी मैने भी पहली बार emotional हुआ और मैने फिर से i love u कहा और कहा plz dont cry।

उसने कहा पता नहीं यह कैसे हो गया हमारे साथ that i love u। मैने उसे थोड़ी तसल्ली दी और finally उसकी थोड़ी मुस्कुराहट वापस आई ;)।

अब मैं भी उससे प्यार करने लगा था।

पता नहीं चला यह सब कैसे हो गया लेकिन मैने खुदा का शूकर अदा किया अब मैं फ़ेसबुक पर अपनी एक secret group बनाई जिसमे सिर्फ़ हम थे। अब तक हम कभी एक दूसरे से मिले नहीं थे। एक दिन मैने उसे मिलने को कहा उसने भी कहा उसे भी मुझसे मिलना है।

हम प्लान बनाने लगे उसने घर पर exam के time table देखने के लिए college जाने का बहाना किया हम 10 बजे मिलने वाले थे उसने मुझे Santacruz के bus stop पर मिलने को कहा।

मैं भी सुबह 8 बजे college गया और एक लेक्चर से पहले ही वहां से निकल गया और 10 बजे से पहले bus stop पर पहुँच गया।

मुझे Santacruz का ज़्यादा कुछ पता नहीं था और मिलने के लिए वो और उसकी छोटी बहन आने वाली थी, उसकी छोटी बहन मेरे उम्र की थी, उसे हम दोनो के बारे में पता था।

मैने एक दिन पहले ही अपनी आलिया के लिए गिफ्ट लेकर आ गया था और मैं stop पर खड़ा हो गया। 10.15 हो रहे थे, मैने सामने वाले stop पर देखे तो एक बस निकालने जा रही थी। मैने message किया कि कहा हो? उसका reply आया “मैं बस मैं बैठने जा रही हूं आप भी आ जाओ”।

ओ तेरी मैं opposite stop पर wait कर रहा था। बस निकालने जा रही थी मैं फ़ौरन दौड़ा और चलती बस में चढ़ गया।

अब उस बस में आगे की ladies में सब नक़ाब में थे, मैं आगे गया और फिर पीछे जाकर बैठ गया क्योंकि सब नक़ाब में थे इसलिए थोड़ी confusion थी। फिर मुझे message आया कि हमे SNDT college के पास वाले stop पर उतरना है।

मैने reply किया madam पहले बताओ तो बैठे कौन सी सीट पर हो! फिर reply आया “क्यों आप नहीं पहचान पाए”।

तभी मैने देखा दूसरी सीट पर दो लड़की मुझे ही देख रही थी, मैं पहचान गया लेकिन फिर भी confusion था कि दोनो में से वो है कौन। after all मैं message किया कि मुझे stop नहीं पता अब आपका काम है मुझे बस से उतारना।

जब stop आया तो वो दोनो पीछे आए और इशारा किया और पीछे से उतरने लगे। आखिरकार वो लम्हा आया जब मैं अपनी जान से मिला।

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मैने दोनो से handshake किया फिर हम college की तरफ बढ़े और college में हमने 4 घंटे साथ गुज़ारे वो 4 घंटे मेरे ज़िंदगी के सबसे खूबसूरत 4 घंटे है।

हमे काफ़ी देर होगया था, अब हमने वहां से रिक्शा किया और स्टेशन की और बढ़ गये। जाने का दिल तो बिल्कुल भी नहीं था लेकिन मजबूरी थी।

घर पहुँचने पर हमने फोन पर बात की और हम अपनी जिंदगी से बहुत खुश थे। दूसरे दिन जब मैं book निकालने के लिए bag खोला तो थोड़ा shocked हुआ, उस में एक छोटा सा gift box था और एक लेटर था।

मैने जैसे ही देखा next lecture class से बाहर आ गया और campus में आकर gift box खोला उस में एक बहुत प्यारा सा चस्मा था और साथ ही मेरी जान का लेटर था।

उस लेटर में बहुत कुछ ऐसी बाते थी जो हमारे लिए थी मेरे आँखो से आँसू आगये और मैने phone किया कि इसकी क्या ज़रूरत थी और बस i love u babu कहा वो भी मुझे reply दी और एक flying kiss दी।

वक़्त इसी तरहा गुज़रता गया। एक दिन बातो बातो में शादी की बात निकली। हम दोनो बहुत परेसान हो गये। मैं बहुत डिप्रेशन में आ गया क्योंकि age factor की वजह से मेरे पापा कभी नहीं मानने वाले थे और उसके घरवाले भी नहीं।

अब मेरा डिप्रेशन उससे देखा नहीं गया और हम एक दूसरे से मिलने के लिए बेचैन थे, उसकी मम्मी कुछ काम की वजह से बाहर गये थी।

हमने juhu में मिलने का प्लान बनाया। हम Santacruz Station पर मिले और वहां से चौपाटी गये रिक्शे में बस हम दोनो एक दूसरे को देखे जा रहे थे, मैं उसकी आँखों में वो दर्द सॉफ देख सकता था।

मैने उसका हाथ अपने हाथ में लिया और उसे तसल्ली दी।

हम जैसे ही जुहू पहुँचे एक शांत सी जगह पर बैठ गये बहुत दूर। अब हमने एक दूसरे से शादी के topic पर बात की और कोई result पर हम नहीं पहुँच पा रहे थे क्योंकि यह हम दोनो के लिए बहुत मुश्किल था और आलिया कभी अपनी मम्मी का दिल नहीं दुखा सकती थी।

Finally हम इस फैसले पर आए कि जब तक है तब तक एक दूसरे का साथ नहीं छोड़ेंगे और सब कुछ उपर वाले के भरोसे छोड़ दिया और मैने कहा जान आप 3 साल इन्तेजार कर लो मैं आपके अलावा किसी और का सोच भी नई सकता

उसने कहा मैं कोशिश करूँगी क्योंकि सब मम्मी के हाथ में है और पापा के जाने के बाद मम्मी ने ही सब कुछ किया है।

उस दिन से उसकी इज़्ज़त मेरी नज़र में और बढ़ गई क्योंकि मैने पहली बार किसी को देखा था, परिवार की खुशी के लिए अपनी खुशी कुर्बान करते।

4 महीनो बाद उसने बताया के उसका रिश्ता उसकी मम्मी ने गाँव के रिश्तेदार से कर दिया है। और सायद अगले महीने शादी के लिए गाँव जा रहे हैं।

मैने यह सुनते ही फोन कट कर दिया, phone फेक दिया और लेटकर बहुत रोया, ऐसा लग रहा था दिल में बहुत दर्द हो रहा है लेकिन मैने अपनी जानू के बारे में नहीं सोचा के उसपर क्या बीत रही होगी शायद कुछ पल के लिए मैं ख़ुदग़र्ज़ होगया था।

मैने रोते हुए फोन ठीक किया और फोन लगाया सामने से छोटी बहन ने फोन उठाया। मैने कहा आलिया कहा है? उसे phone दो उसने कहा जीजू दीदी को बहुत तेज़ बुखार है और आँख में infection हो गया है अभी अम्मी डॉक्टर के पास लेकर गयी है।

इससे बुरा मेरे साथ और क्या हो सकता था, मुझे बस अपनी आलिया से मिलना था। मैने उसकी बहन से कहा के please जब वो आए फोन करके बात कराना और फ़ौरन अपने जीजू से bike माँगकर उसकी घर की तरफ निकल पड़ा।

बदक़िस्मती शायद मुझपर हावी थी और मैने bike चलते वक़्त bike मुझसे slip हो गई और मैं bike लेकर गिर गया, जहा गिरा वहां कुछ पहचान के थे उन्होने फ़ौरन पापा को फोन किया और जब मुझे नज़दीकी हॉस्पिटल लेकर जाया गया और मैं right side गिरा था तो right hand से bleeding थी और पूरा facture हो गया था और मेरा फोन भी off था जो कि घर में था।

जैसे ही होश पूरा आया तो घरवालो ने पूछा तो बस मेरी आँखों से आँसू निकल रहे थे और घर पर बता भी नहीं सकता था।

मैने किसी तरह फ़ौरन मोबाइल मँगवाया और मैं आलिया को बता भी नहीं सकता था कि मेरा accident हो गया और hospital से मैं घर आने लगा मेरे पूरे हाथ पर प्लास्टर था।

अगले दिन मैने हिम्मत करके एक मेसेज कर दिया किमेरा accident हो गया है लेकिन कहा कि हल्का सा हाथ पर चोट लगी है।

डॉक्टर ने 45 दिन के बाद प्लास्टर खोलने को कहा था और मैं अपनी जान को देखने के लिए तड़प रहा था।

तभी एक फोन आया, मैने receive किया, फोन पर उसकी छोटी बहन थी। हमने थोड़ी बात की फिर उसने फोन लिया और मैने हल्की सी smile के साथ उसे सलाम किया, उसने बहुत बैठी आवाज़ में जवाब दिया और पूछने लगी क्या हुआ।

मैने कहा कुछ नहीं छोटा सा accident हुआ है। उसने कुछ नहीं कहा ऐसा लग रहा था मानो मेरी आलिया रो रही थी। मैने उसकी तबीयत पूछी उसने कहा सब ठीक है बस एक तू नहीं है। मैं कुछ कह नहीं पाया।

और कहा अब फोन रखता हूं थोड़ी देर के बाद बात करता हू। मेरी हिम्मत नहीं हो रही थी कि शादी के बारे में पूछूं की क्या हुआ। हम शाम में chat पर मिले fb पर और उसने कहा बस 1 महीने है मेरे पास, आप मुझे अपना बनाकर ले जाओ।

मैने उससे कहा मैं कोशिश करूँगा और मैने कहा आप अपनी मम्मी से बात करो तो उसने कहा आप पहले बात करो आपके घरवाले माने तो हम भी कुछ कर सकते है। मैं कहा ठीक है।

और मैं अपने घर में एकलौता बेटा हूं मेरी 3 बहन है। बड़ी सबकी शादी हो गई है। मेरे पापा यह सब के खिलाफ बहुत सख़्त है हमारे खानदान में लड़के की उम्र ज़्यादा हो तो चलेगा लेकिन लड़की की ज़्यादा नहीं होनी चाहिए।

अब मैं बहुत गहरी सोच में था वजह यह थी कि मेरी पढ़ाई start थी उसे खत्म होने में एक साल लगता और न ही मैं अभी तक अपने पैरो पर खड़ा था। तो भी मैं अपनी बड़ी बहन के पास गया और सोचा के उसको बता दूँ।

मैने कहा के मुझे कोई पसंद है इतना कहना था कि उसने मुझे चुप करा दिया और कहा अभी यह सब मत सोच पढ़ाई करले और पापा को पता चलेगा तो बहुत बुरा होगा।

मैं ज़्यादा इधर उधर भी नहीं कर सकता था क्योंकि मेरे हाथ पर प्लास्टर था। अपनी बहन की बात सुनकर मैं थोड़ा डर गया।

मैने सोचा अगर बहन इतना बोल दी तो पापा क्या करेंगे। मैं बस उसी के बारे में सोचता रहता 5 दिन हो गये थे मैने उन 5 दीनो में आलिया से ज़्यादा बात नहीं की थी और उसे प्लास्टर के बारे में भी नहीं बताया था।

उसके बाद जब मैने बात की तो उसने कहा मम्मी ने date fixed कर दिया 1 महीने बाद का और गाँव जाने की तैयारी कर रही है और उसकी आवाज़ में बहुत दर्द था और पूछा आपने बात की?

मैने कहा की कोई फायदा नहीं हुआ घरवाले नहीं माने। फिर मैं अपने आपको रोक नहीं पाया और कहा हम मिलेंगे बहुत जल्द उसने कहा please ज़्यादा देर मत करना।

जब से हमे शादी की बात पता चली, न और वो खुशी से बात कर पाती थी और और न मैं। मानो हम बात नहीं एक दूसरे को तसल्ली दे रहे है। मेरे घर में मेरे रिश्ते के बारे में सिर्फ़ मेरे एक दोस्त को पता था और थोड़ा बहुत बड़ी बहन को।

वो रोज़ कहती थी कब मिलोगे और मेरा यही जवाब होता बहुत जल्दी। दिन बीतता गया और अब उसके गांव जाने में 2 दिन बचे थे और मेरे प्लास्टर को खुलने में अभी भी time था।

Finally मैने हाँ कहा और कल मिलने का प्लान बनाया वही जहाँ पहली बार मिले थे college में क्योंकि उसे college से LC लेने जाना था।

जैसे ही हमने एक दूसरे को देखा बिना किसी की परवाह किए एक दूसरे को hug किया।

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उसने हाथ पर प्लास्टर देखा और उसके आँखों से आँसू निकल रहे थे। मैने उसका आँसू पोछा और उसे accident के बारे में बताया और माफी भी माँगी और उसने मेरे मूह पर हाथ रख दिया और कहा please अरहन आप माफी मत माँगो।

मैं हर एक पल उस दिन अपनी आलिया के साथ जीना चाहता था। और उस दिन मैं आलिया के लिए कोई गिफ्ट भी नहीं ले जा सका।

हमने college से LC लिया और वहां से निकालकर campus में बैठ गये। हम बस उस दिन एक दूसरे को देख ही रहे थे और उसके आँसू बंद भी नहीं हो रहे थे। मैने उसको मनाया तब जाके उसके आँसू रुके और शायद मैं भी रो रहा था।

उसने कहा आप कभी मत रोना और पता-पिता का ख़याल रखना और career पर ध्यान देना, 3rd year में अच्छे % से पास होना यह उसके लिए सबसे बड़ा गिफ्ट होगा और साथ ही में उसने अपने bag से एक छोटा सा गिफ्ट बॉक्स दिया।

मैं बस उसकी बात सुनता जा रहा था और कुछ मेरे मूह से निकल ही नहीं रहा था और उसे ही देख रहा था और सोच रहा था यह वक़्त यही रुक जाए।

मैने उसका हाथ पकड़ा और अपने सिर पर रखा और कसम खाने को कहा कि वो भी खुश रहे उसने कसम नहीं खाई लेकिन promise किया कि कोशिश करूँगी जीने की। वक़्त ज़्यादा हो गया था उसके घर से फोन आ रहा था।

अब हमारे बिछड़ने का वक़्त आया और हुमारे आँखो में सिर्फ़ आँसू थे।

मैने उसे स्टेशन तक छोड़ा और हम वहां से अलग हुए और फोन पर बाते करने लगे वैसे सिर्फ़ फोन की लाइन शुरू थी और वो कुछ कह पा रही थी और और मैं।

हम ऐसे ही घर पहुँच गये। हम दोनो अपना दर्द घर पर छुपा रखे थे सिर्फ़ उसकी छोटी बहन को पता था। मेरा तो वो हाल था कि किसी को बता भी नहीं सकता था, बस अपने room में लेटा रहता और रोता रहता।

जब उसके जाने का दिन आया उसने कहा कि आखरी बार वो मुझे देखना चाहती है और बोरीवली स्टेशन पर बुलाया था लेकिन उसकी train सुबह 7 बजे की थी। मैने कहा ठीक है मैं आ जाऊंगा।

लेकिन मैं कैसे जा पाता, क्योंकि उपर मैं सोता था और जाने के लिए 5.30 को मुझे घर से निकलना पड़ता लेकिन पापा नीचे सोते थे उनसे क्या कहता इतनी सुबह कहा जा रहा हूं क्योंकि उतने समय थोड़ा अंधेरा भी रहता था।

मैं नहीं जा पाया और शायद वो मेरे जिंदगी की एक बड़ी ग़लती थी। उसके बाद से मैने आलिया के नंबर पर फोन भी लगाया और उसके मम्मी के नंबर पर भी लेकिन सब switched off थे।

मैने फ़ौरन fb खोला तो देखा उसका मेसेज था के जानू आप नहीं आए आपको देखना था और miss u और love u और जल्दी मिलेंगे fb पर ऐसा मेसेज था।

मैने सोचा गाँव पहुँच कर वो मेसेज करेगी लेकिन अगले 15 दिन तक हर पल उसकी याद और अगले message का wait कर रहा था 16 दिन के बाद उसने हमारे ग्रूप में पोस्ट किया जिसमे लिखा था “जानू हमारे साथ ऐसा क्यों हुआ” मेरा reply था शायद इसका जवाब मेरे पास भी नहीं और उसका comment आया कि जल्द बात करेंगे।

अगले 1 महीने तक और कोई मेसेज और और कोई कॉल नहीं आया।

मैं पूरी तरह टूट चुका था और 3rd semester में मैं 4 subject में फैल हो गया था और बहुत smoking करने लगा था।

फिर मैने उसके घर का नंबर try किया उसकी छोटी बहन ने फोन उठाया और मैने पूछा तो कहा कि कुछ देर के बाद आपको फोन करती हूं क्योंकि घर पर मम्मी थी। फिर कुछ देर इंतेज़ार करने के बाद उसका phone आया पर मैने कट करके खुद किया।

और हाल चाल पूछने लगा उसने कहा सब ठीक है और आलिया के बारे में पूछा तो उसने बताया वो गाँव में ही है और ज़्यादा कुछ नहीं बताया और कहा ये 9 तारीख को वो मुंबई आ रही है। मैने फोन कट किया और मुझे सब पेपर के re-exams देने थे।

मैं उसकी तैयारी करने लगा क्योंकि मुझे उसकी हर ख्वाइश पूरी करना चाहता था जो जो उसने कहा था और 9 तारीख का इन्तेजार करने लगा।

9 तारीख को भी कोई फोन नहीं आया मैने। 15 तारीख तक इन्तेजार किया और जब exam देकर घर आ रहा था तब मेरे फोन पर उसकी मम्मी के नंबर से missed call आया।

मैने फ़ौरन फोन किया, उसने नमस्ते किया और मैने जवाब दिया और वो खामोश हो गई, फिर मैने पूछा कैसी हो तो उसने कहा ठीक हूं और आप कैसे हो। अपनी जान की बात सुनकर मुझे ऐसा लगा मानो जैसे वो मेरी आलिया है ही नही।

हमारे पास बात करने के लिए कुछ था ही नहीं क्योंकि अब हमारे बीच शायद कुछ नहीं बाकी था।

उसने भी मम्मी पापा और सबकी खबर पूछी और मैने जवाब दिया, उसने कहा एक हफ्ते के लिए मुंबई आई हूं और साथ में वो भी आए है।

मैं ज़्यादा कुछ नहीं कह पाया और बस फोन रखते वक़्त miss u a lot कहा। उसका reply आया “और कुछ नहीं कहना है” और मैने कहा की शायद अब मेरा हक नहीं है वो कहने का। मुझे लग रहा था वो रो रही थी मैने कहा – “आप रो रहे हो” उसने कहा नहीं और कहा के अब वो फोन रखती है फिर कभी करेगी।

हमने फोन रख दिया। 5 दिन बाद फिर उसका फोन आया और शायद वो हमारा आखरी फोन कॉल था। उसने मुझसे बहुत normal behaviour के साथ बात की और मुझे फिर से बहुत समझाया जो पहले समझा चुकी थी।

हमने थोड़ा बात किया और उसने कहा सुबह वो हमेशा के लिए शायद गाँव जा रही है। और उसने रोते रोते i love u कहा और मैने जवाब दिया।

उस दिन के बाद आज 4 महीने हो गये है और हमारी कोई बात नहीं हुई कभी। महीने में एक बार उसके घर फोन करके छोटी बहन से बात करके उसकी खबर खैरियत पूछ लेता हूं और वो मेरी लेकिन उसका जवाब हर बार यही रहता है के दीदी बहुत खुश है और ठीक है।

एक दिन मैने उसे उसकी दीदी की कसम दी की – “क्यों उसका जवाब यही रहता है कि दीदी खुश है तो उसने बताया कि शादी से पहले कही की जब भी अरहन का फोन आए तो यही कहना और उसने फिर भी यही कहा के ठीक है और खुश है।

मैने भी उसे कसम दी कि कभी आलिया को ये मत बताना के मैं तुम्हे फोन करता हूं और उसके बारे में पूछता हू…

दोस्तो आज 4 महीने हो गये है और आज भी मैं हर सुबह अपने phone पर एक बार message और fb check कर लेता हूं के कोई तो मेसेज आए।

मैं आज भी पछता रहा हूं कि काश मैं उस वक़्त नहीं डरता और घर पर बात की होती तो शायद आज मेरी जिंदगी कुछ और होती।। ये जो मैने अपने बारे में बताया है इसका सिर्फ़ एक ही मकसद है कि आप मेरे जैसी ग़लती मत करना।

मैं हर दिन हर पल पछता रहा हूं और उसे ही याद करता हू। और I LOVE U SHONA SO MUCH। अब जिंदगी का एक ही मकसद है जो उसने कहा था उसे पूरा करना और उन यादों के सहारे मैं अपनी पूरी जिंदगी बिता सकता हूँ।

और माफी चाहूँगा दोस्तो अगर मेरे लिखने में कुछ ग़लती हो गई हो तो। बस इतना aim है कि आप वो ग़लती मत करना और हाँ मेरी आलिया के लिए please दुआ करना वो जहा भी रहे खुश रहे और मुझे भूल जाए”।

जाते जाते मेरी जान के लिए एक शेर अर्ज़ है।।

इश्क का ये राज कभी किसी को मत बता देना,
दिल में नहीं तो अश्कों में छुपा लेना।
कोई हवा का झोंका था जो छूकर निकल गया,
इस कद्र मेरी जान मुझे भुला देना॥
Good Bye

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