पीलिया के 18 रामबाण उपचार- Jaundice Treatment in Hindi

पीलिया की समस्या अब आम बात हो चुकी है लेकिन, इसका इलाज आम चीज नहीं है। इसके इलाज में कई तरह के सावधानियों और ट्रीटमेंट का सामना करना पड़ता है। jaundice शरीर में होने वाला एक ऐसा रोग है जिसमे शरीर के हर हिस्से का रंग लाल से बदलकर पीला हो जाता है।

धीरे-धीरे body में मौजूद सारा खून पीला हो जाता है और इससे व्यक्ति की मृत्यु हो जाती है। हालाकि अगर खान-पान में संयम बरता जाए और इलाज किया जाए तो पीलिया का इलाज बहुत आसान है और रोगी एक से २ महीने के भीतर दोबारा से पहले की तरह मोटा-ताजा हो सकता है। तो चलिए आज हम इसके कारण, और इलाज के बारे में जानेंगे। पीलिया के इलाज के दौरान आपको कुछ सावधानियां बरतनी होगी, जिसे हमने लेख के अंत में बताया है इसलिए लेख पूरा पढ़े।

पीलिया के कारण

शराब का सेवन, धूम्रपान करना, जंक फ़ूड खाना, तेल मिर्च मसाले वाले पदार्थों का सेवन करना आदि कई ऐसे कारण है जो आपके किडनी को प्रभावित करते हैं और आपके शरीर में पीलिया के लक्षण सामने लाते हैं। इसलिए इन उत्पाद का सेवन करने से बचे। इसके अलावा भी यह अनुवांशिकी हो सकता है, शरीर में खून की कमी भी इसका कारण हो सकता है, लीवर का कमजोर होना भी इसका कारण है।

Piliya ka ilaj – Jaundice treatment in Hindi

पीलिया के 18 रामबाण उपचार- Jaundice Treatment in Hindi
Jaundice ka ilaz..

तोरई का पानी

तोरई के पानी को नाक में डालें और आपके नाक से पीले color का paani निकलेगा। यह तरीका दिन में 1 से 2 दफा इस्तेमाल करें। इससे एक ही दिन में पीलिया आपको छोड़ देगी।

नोट- यह दवा jaundice को एक दिन के भीतर ही समाप्त करने की क्षमता रखती है। यह बहुत ही कठोर औषधि है इसलिए आप इसे 14 वर्ष से नीचे के व्यक्तियों में न उपयोग करें।

गौ मूत्र

गौ मूत्र हर मर्ज का एक बेहतर उपचार है। पीलिया के उपचार में भी गोमूत्र अपना पूरा योगदान निभाता है। बस गोमूत्र का इस्तेमाल करते समय यह ख़याल रखें कि जो मूत्र आप यूज में लेने वाले हैं वह ऐसे गाय से लिया गया हो जो गर्भवती न हो। अगर, आप गोमूत्र किसी बछड़ी का लेते हैं तो यह और भी लाभदायक होगा।

मक्खन

मक्खन में 10 ग्राम फिटकरी का पाउडर मिलाकर मरीज को सुबह व शाम पिलाने से पीलिया एक सप्ताह के भीतर ही गायब हो जाता है। रोग के समाप्त हो जाने के बाद भी आप इस औषधि को रोगी को 1 माह तक पिलाएं।

अरंड के पत्ते

अरंड के ताजे व हरे पत्तों का २ चम्मच रस निकाल लें और इसे मरीज को भोर में और सांझ में एक गिलास दूध के साथ पिलाएं।

प्याज का रस

प्याज को बारीक काटकर उसका एक कप रस निकाल लें और उसमे एक नींबू निचोड़ लें और एक चम्मच काला नमक मिलाकर रोगी को पिलाएं। यह इलाज आप तब तक जारी रखें जब तक रोगी पूर्ण तरह से स्वस्थ न हो जाए।

मूली का पत्ता

मूली के हरे पत्ते के रस को रोगी को पिलाने से भी पीलिया का निदान किया जा सकता है। इस दौरान रोगी को मूली का रस पिलाने से उसकी आंत साफ होती है और किडनी सही होती है जिससे jaundice के दौरान भूँख न लगाने की समस्या को दूर किया जा सकता है।

गन्ने का जूस

गन्ने का जूस लीवर सम्बन्धी समस्याएँ दूर करने के लिए बेहतर होता है और खून से बिलरूबिन तत्व को बाहर निकालकर पीलिया से निजात दिलाता है।

दूध में लहसुन

लहसुन को कूंचकर उसका पेस्ट बना लें और आधा चम्मच लहसुन का पेस्ट एक गिलास दूध में आधा चम्मच लहसुन का पेस्ट मिलाकर रोगी को दूध पिलाएं।

चना की भीगी हुई दाल और गुड़

रात में एक कटोरी चने की दाल को पानी में भिगो दें और सुबह उस दाल को एक गुड़ के साथ रोगी के खिलाएँ। इससे पीलिया से जल्द ही आराम मिलेगा।

गाजर और गोभी का रस

पत्ता गोभी के आधा गिलास रस को गाजर के आधा गिलास रस में मिलाकर रोगी को दिन में तीन से चार बार पिलाने से पीलिया का इलाज संभव है। यह इलाज आप रोगी के पूर्ण स्वस्थ होने तक चलाएं।

नींबू का रस

पीलिया से ग्रसित रोगी के इलाज में नींबू अपना अहम योगदान निभाने में कारगर है। इसके लिए आप रोगी को दिन में २ से ३ नींबू का रस पानी में मिलाकर पिलाएं। औषधि को और कारगर बनाने के खातिर इसके 1 चम्मच कला नमक भी जोड़ दें। यह उपाय किडनी को स्वस्थ करता है और शरीर को jaundice से बचाता है।

पीसी हुई सोंठ

एक गिलास ठन्डे पानी में एक चम्मच पीसी हुई सोंठ और 10 ग्राम गुड़ मिलाकर पीने से पीलिया ठीक होता है।

आंवला का रस

आधे गिलास आमले का रस रोगी को सुबह, दोपहर और सांझ को पिलाने से पीलिया नष्ट हो जाती है। आमले के रस में एक चम्मच शहद मिलाकर पीना चाहिए।

इमली और काला नामक

रात में पकी हुई इमली को पानी में भिगोकर रख दें और सुबह होने पर इमली को सिलवटे में पीसकर पानी के साथ उसका सरबत बना लें। शरबत में एक चम्मच काला नमक और एक चम्मच सोंठ जोड़ें। अब, इस शर्बत को रोगी को दिन में 4-5 बीआर पिलाने से कुछ ही दिनों में पीलिया पूर्ण रूप से चली जाएगी।

नीम के पत्ते

नीम के पत्तों का एक चम्मच रस रोगी को पिलाने से आराम मिलता है। रोगी को रसपान दिन मे २ बार पिलाएं।

फिटकरी

फिटकरी को भूनकर उसका चूर्ण बना लें और रोगी को एक चम्मच चूर्ण एक गिलास पनी के साथ सुबह और शाम पिलाएं इससे भी पीलिया दूर हो जाता है।

जौ का पानी

पीलिया के दौरान जौ का पानी उपयोग में लाने से jaundice को ठीक करना आसान है। जौ का पानी बनाने के लिए जौ को पानी में भिगो दें और सुबह होने पर जौ को नए पानी में डालकर जौ को अच्छी तरह से उबाल लें जब पानी का रंग पूरी तरह से बदल जाए तो पानी को छान लें और पानी ठंडा हो जाने पर पी लें। ‘पीलिया के 18 रामबाण उपचार- Piliya ka ilaj – jaundice treatment in hindi’

गिलोय

रात में सोते समय गिलोय की लता कंठ में लपेटे रहे और सुबह हटा दें। इससे भी पीलिया का नाश संभव है। इस तरीके को तब तक आजमाएं जब तक आप इस गंभीर हालात से बाहर नहीं आ जाते हैं।

टमाटर का रस

टमाटर में कुछ इसे घटक मौजूद होते हैं जो jaundice को खतम कर सकते । टमाटर से Piliya ka ilaj के लिए आप टमाटर को ग्राइंड कर लें और उसके एक गिलास जूस में 1 चम्मच काला नमक पाउडर मिलाकर रोगी को पिलाएं। यह उपचार दिन में तीन से चार बार करें और जब रोगी पूर्ण र्रूप से स्वस्थ हो जाए तो उसके बाद २ महीने तक टमाटर के इस मिश्रण को उसे पिलाएं।

पीलिया के इलाज के लिए उपयोग में लाएं ये दवाएँ- पीलिया के लिए दवा

नोट- इन दवाइयों का इस्तेमाल करने के लिए पहले एक बार डॉक्टर से जरूर बात करें।

  • Udiliv-300 
  • Pantop HP
  • atoz tablet
  • ursocol 300
  • Nexpro RD 40

पीलिया के दौरान सावधानी:

इस रोग में आपको खान-पान में सावधानी बरतनी चाहिए। इसके लिए आप नीचे देखें कि पीलिया के दौरान क्या खाना चाहिए और क्या नहीं खाना चाहिए?

पीलिया के दौरान क्या न खाएंँ-

  • इस रोग में अप किसी भी खाद्य पदार्थ का सेवन न करें जो आपके लीवर को दूषित करें।
  • तेलयुक्त पदार्थ, मिर्च-मसाले से भरे भोजन आदि का सेवन करना वर्जित है।
  • हल्का आहार लें जो आसानी से पाच सके और लीवर को ज्यादा कार्य न करना पड़े।
  • फैट से भरे खाद्य पदार्थ नहीं खाना चाहिए।
  • माँस, मीट मछलियाँ और भी कई मांसाहारी पदार्थों का सेवन इस दौरान वर्जित है।
  • शराब एक जहर है, पीलिया के ओग को और तेज कर सकता है।
  • नमक, खट्टे पदार्थ( आचार आदि) का स्वान नहीं करना चाहिए।
  • कैफीन से भरे उत्पाद (चाय, कॉफ़ी) न खाएंं।
  • बासी आहार न लें।
  • Jaundice में पानी पूर्ण रूप से स्वच्छ हो।
  • पीलिया रोग में रोगी के साफ-सफाई का पूरा ख़याल रखना चाहिए।
  • Jaundice में dairy product का सेवन वर्जित है।
  • फास्ट फूड का पूर्ण रूप से त्याग करना उचित रहेगा।
  • पान, गुटखा का सेवन वर्जित है।

 पीलिया के दौरान क्या खाएंं-

  • पीलिया में आप उस खाद्य पदार्थ का सेवन करें जो आसानी से पच सके।
  • आप उस खाद्य पदार्थ का सेवन करें जो प्रोटीन से भरे हो।
  • पीलिया के दौरान किडनी को स्वस्थ करने के लिए पानी का भरपूर मात्रा में सेवन करें।
  • आम और खट्टे फलों के अलावा आप jaundice में हर तरह के फलों को उपयोग में ला सकते हैं।
  • हरे औए ताजे फलों के रस को पीना चाहिए।
  • उबले पानी का सेवन करना बेहतर रहेगा।
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