क्या Pregnancy में Pain Killer दवा खा सकते है?

Kya pregnancy ke dard ki dawa kha sakte hai? Kya pregnant mahila pain killer kha sakti hai? किसी भी गर्भवती महिला को pregnancy के दौरान दर्द निवारक दवाइयों (Painkiller medicines) का सेवन नहीं करना चाहिए क्योंकि दर्द निवारक दवाइयों में paracetamol, ibuprofen और aspirin पाया जाता है जो की गर्भ में पल रहे शिशु के लिए अत्यंत हानिकारक है।

Pregnancy के दौरान दर्द की दवाइयों के सेवन से पेट में पल रहे शिशु की प्रजनन क्षमता में धीमी आती है।

अगर पेट में पल रहा शिशु बेटी है तो इन दवाओं का सेवन अत्यधिक नुकसानदायक होता है।

शोधकर्ताओं के अनुसार तकरीबन 60% महिलाएं pregnancy के दर्द निवारक दवाइयों का सेवन करती हैं।

शोधकर्ताओं ने यह भी बताया कि दर्द निवारक दवाइयों में paracetamol, ibuprofen और aspirin पाया जाता है, अगर कोई महिला गर्भावस्था के दौरान दर्द निवारक दवाइयों का सेवन करती है तो उसके पेट में पल रहे शिशु के प्रजनन अंगों के विकास में बाधा आती है।

क्या गर्भावस्था में दर्द की दवा खा सकते है?

अगर आप के पेट में पल रहा शिशु बेटा है और आप दर्द निवारक दवाइयों का सेवन करती है तो आप बहुत बड़ी गलती कर रही हैं क्योंकि इन दवाइयों के सेवन से पुरुषों में बनने वाले शुक्राणुओं की गुणवत्ता कम हो जाती है और आगे चलकर आपके लाडले के जीवन के अंतिम दिनों में उसे testicular cancer होने की संभावना कई गुना बढ़ जाती है।

शोधकर्ताओं के अनुसार आजकल पुरुषों में जो प्रजनन संबंधी विकृतियाँ पाई जाती हैं इसकी वजह गर्भावस्था के दौरान ली गई दर्द निवारक दवाइयों है।

शोधकर्ताओं का कहना है कि गर्भावस्था के दौरान लंबे समय तक दर्द निवारक दवाइयों के सेवन करने से यह खतरा बेटों में 8 गुना तक बढ़ जाता है।

शोधकर्ताओं के अनुसार गर्भावस्था की दूसरे तिमाही यानी 3 से 6 माह तक दर्द निवारक दवाइयों का सेवन करना बहुत ज्यादा नुकसानदायक होता है।

गर्भावस्था की दूसरी तिमाही में एक भी दर्द निवारक दवाइयों लेने से भी शिशु के प्रजनन अंग का विकास रुक सकता है।

शोधकर्ताओं के अनुसार दर्द निवारक दवाइयों में पाए जाने वाले ibuprofen और aspirin खतरे को 6 गुना तक बढ़ा देती है, जबकि paracetamol खतरे को दोगुना कर देती है।

वैज्ञानिकों के अनुसार गर्भावस्था की दूसरी तिमाही में 1 दिन में 2 दर्द निवारक दवाइयों का सेवन करने से यह खतरा 20 गुना तक बढ़ जाता है।

आगे चलकर वैज्ञानिकों ने बताया कि दर्द निवारक दवाइयों भ्रूण में hormone को प्रवेश नहीं लेने देती है।

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