मेरे परिवार शादी के खिलाफ हैं, मैं क्या करूं? 4 कारण और उपाय

भारत इकलोता ऐसा देश है जहाँ पर अलग-अलग जाती के लोग रहते है, अलग-अलग उत्सव मनाये जाते है, अलग-अलग रीति रिवाज होते है। अगर शादी की बात की जाए तो हिंदुस्तान के धर्म के हिसाब से एक लड़का अपने जाती की लड़की के साथ ही विवाह कर सकता है

हिंदुस्तान के रीति रिवाज के हिसाब से सबसे पहले माता-पिता आपस में मिल कर शादी तय करते है फिर बाद में लड़के-लड़की को मिलाया जाता है। तो ऐसे है हमारे देश के रीति रिवाज पर आज कल के समय में ये रीति रिवाज धीरे-धीरे ख़त्म होती जा रही है

आज कल के युवा leave relationship में रहना ज़्यादा पसंद करते है, उन्हे कोई फर्क नहीं पड़ता है कि लड़की किस धर्म से है या उसका रंग कैसा है, उसका संस्कृति कैसा है।

माना जाता है कि शादी की पसंद के साथ-साथ आपके माता-पिता की मंज़ूरी का भी होना जरूरी होता है। अगर माता-पिता की मंज़ूरी ना मिले तो लड़का-लड़की कई बड़े फैसले ले लेते है जिससे रिश्तों में दूरियाँ बन जाती है। नीचे हमने कुछ सुझाव रखे है इन्हे पढ़िए और इनका पालन करे।

किन कारणों से परिवार शादी के खिलाफ होते है?

ऐसे बहुत से कारण है जिनकी वजह से शादी होना ना के बराबर हो जाती है और आपको बड़े फैसले लेने पड़ जाते है। ना तो नई पीढ़ी की गलती है और ना आपके माता-पिता की। भला पुरानी पीढ़ी और नयी पीढ़ी का मैल हुआ है कभी।

मेरे परिवार शादी के खिलाफ हैं, मैं क्या करूं? 4 कारण और उपाय
Pariwar shadi ke khilaf ho to kya kare?

1. जाती अलग होने के कारण

अगर दोनो में से एक अलग जाती का निकला तो माता-पिता उसी समय इस रिश्ते से माना कर देते है इसके पीछे कारण ये है कि अलग जाती के साथ घुलने मिलने में बहुत समय लग जाता है और उनकी रीति रिवाज समझने में दिक्कत पैदा होती है। तो हम कह सकते है कि अलग-अलग जाती का होना किसी भी रिश्ते को जोड़ नहीं सकता।

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2. रंग रूप के कारण

हर कोई माता-पिता यही चाहते है कि उसका दामाद या उनकी बहू गोरी-चिटी हो और ऐसे में अगर सांवली या काली निकल जाए तो समझ लो की रिश्ता हो ही नहीं सकता।

उनका मानना होता है कि रंग रूप का असर आने वाले बच्चों पर भी पड़ता है अगर बहू या दामाद गोरा हुआ तो बच्चा भी गोरा होता है। हमे तो एक बात समझ नहीं आती कि ये बात बताता कौन है हमारे माता-पिता को।

3. माता-पिता का ना मानना

अगर माता-पिता मान गये तो बल्ले बल्ले अगर ना माने तो हो गयी आफ़त। अगर दोनो तरफ से देखा जाए तो शादी करवाने में माता-पिता का बहुत बड़ी भूमिका होती है और हो भी क्यूँ ना उन्हे हम से ज़्यादा अनुभव भी तो है जिंदगी का।

4. तू तड़ाक के कारण

संस्कार सभी का दिल जीत लेते है अब ऐसे में अगर कोई बड़ों के सामने तू तड़ाक करे तो किसको अच्छा लगता है क्या?

जरुर पढ़ें- शादी में होने वाले रस्मों के मायने क्या है? क्यों होते है?

मेरे परिवार शादी के खिलाफ हैं, ऐसे में क्या करें?

अगर आपके माता-पिता आपके शादी के खिलाफ है तो उस कारण को पकड़ो जिस वजह से शादी के लिए मना कर दिया। जैसे की जाती पाती, रंग रूप, height के कारण, उची नीची जाती।

घर वालो को समझाओ कि अगर आप हमारी शादी कही और भी करवाते हो तो इससे एक और जिंदगी बर्बाद हो जाएगी। मैं जिंदगी भर तक उसे नहीं भूल सकता हूं।

आपको ऐसी कई सारी गोली घर वालो को खिलानी होगी। अगर फिर भी घर वाले इस शादी के लिए ना माने तो फिर हम भी क्या कह सकते है।

मेरे परिवार शादी के खिलाफ हैं, ऐसे में क्या ना करें?

कई लड़के-लड़कियां शादी की मंज़ूरी ना मिलने के कारण घर छोड़ कर भाग कर शादी कर लेते है या फिर आत्महत्या कर देते है, ये सब गलत है, ऐसे में आप अपने घर वालो को धोखा दे रहे हो।

अगर आपके घर वाले इस शादी के लिए नहीं मान रहे तो आप किसी ना किसी तरीके से समझा कर मना सकते हो। हर चीज़ की दवा होती है पर हमे ढूंढना होता है।

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