सिर में भारीपन कैसे दूर करें के आसान इलाज और नुस्खे

गलत तरीके से lifestyle का माहौल बनाने से सिर में भारीपन की समस्या हो जाती है। तो चलिए उन कारणों और उनसे बचने के इलाज को जानते हैं।

सिर में भारीपन के कारण, आखिर क्यों होता है?

  • अकसर नहाने के बाद पंखे,कूलर के सामने बैठ जाना।
  • पानी न पीने की वजह से।
  • शोर में समय व्यतीत करना भी इस भयंकर बीमारी का कारण है।
  • किसी चीज की एलर्जी।
  • तनाव लेना भी सिर में भारीपन का कारण बनता है।
  • अकसर महिलाएं ज्यादा मेकअप कर लेती हैं जिसके वजह से भी इस समस्या का सामना करना पड़ता है।
  • किसी तेल, शैम्पू, जेल आदि का रिएक्शन भी सर में दर्द पैदा करता है।

सिर में भारीपन के लक्षण

  • आपका सिर आपको बहुत भारी महसूस होता है और सिर को इधर-उधर हिलाने पर दर्द होता है।
  • आपकी आँखें में चुभन होती है।
  • नींद आती है लेकिन आप सो नहीं पाते हैं।

सर भरी लगे तो क्या करें?

सिर में भारीपन कैसे दूर करें के आसान इलाज और नुस्खे – sir me bharipan ka ilaj

6. लौंग और दूध– लौंग को भूनकर उसका पाउडर बना लें और एक चम्मच पाउडर में एक चुटकी नमक मिलाकर पाउडर को एक गिलास दूध के साथ पी लें। इससे आपको तुरंत ही आधे घंटे के भीतर सिर दर्द से आराम मिल जाएगा।

5. अदरक का पानी– इसको अदरक के पी से दूर किया जा सकता है। अदरक को छोटे piece में काटकर उसे पानी में उबाल लें। इस पानी को अपने माथे और कनपटी पर लगाएँ। साथ ही आप इसकी सुगंध नाक के जरिये लें। 10 मिनट बाद आप इसे धो दें। इससे आपको बहुत आराम मिल सकेगा।

4. यूकेलिप्टस का तेल– इस तेल से मसाज करने पर सिर के भारीपन को दूर कर सकते हैं। मसाज करने के लिए तेल को गुनगुना कर लें।

3. लहसुन का रस– लहसुन के रस को निकालकर 2 चमच्च रस पीएं। इससे कुछ ही देर में आराम मिल जाएगा।

2. चंदन है कारगर– लकड़ी वाले चंदन को घोट कर माथे में लगाने से सिर में भारीपन दूर हो जाता है। इससे आधा घंटे में ही आपका सिर हल्का हो जाता है।

1. धनिया और चीनी का घोल– धनिया को पीस लें अब इसमें शक्कर को पीसकर बराबर मात्रा में मिलाकर घोल बना लें और पी लें।

सवाल- जवाब

अगर सिर में भारीपन हमेशा रहता है तो क्या करना चाहिए?

कभी-कभी होने पर आप ऊपर दिए गए टिप्स को यूज कर सकते हैं। लेकिन, अगर आपको यह समस्या रोज होती है तो आपको इसे आंतरिक ढंग से सुधारना पड़ेगा। इसके लिए आप रोज रात में दो बादाम को दूध में भिगो दें और सुबह उठने पर उसका सेवन करें। कुछ ही दिनों में समस्या का जड़ से इलाज संभव हो सकेगा।

योग करें –अगर आप आंतरिक रूप से इस समस्या से निजात पाना चाहते हैं तो आप कुछ योग का सहारा ले सकते हैं। इसके लिए आप वज्रासन, अनुलोम विलोम और भ्रामरी प्राणायाम को अपना सकते हैं।

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