दस्त का इलाज आसान घरेलू देशी उपचार | to stop loose motion home remedy in hindi

loose motion home remedy in hindi गरिष्ठ, चिकने, सूखे, मसाले वाले, ठंडे पदार्थों के खाने पीने, मद्यपान, स्वभाव एवं धात की विपरीत आहार को ग्रहण करने एवं मूत्रमल के वेग को जबरदस्ती रोकने से दस्त होता है। ‘dast ka ilaj’ 

इसे दूसरे शब्दों में अतिसार जाना जाता है। अतिसार  के छह भेद माने गए हैं। इसमें बिना मरोड़ के पतले दस्त बार-बार होते हैं, । अतिसार को बोलचाल की भाषा में लूज मोशन होना कहा जा सकता है इसमें निम्नलिखित योग लाभ करते हैं। तो चलिए कुछ ऐसे ट्रिक के बारे में जानते हैं जिनकी मदद से आप अतिसार से आसानी से छुटकारा पा सकेंगे।

gharelu ilaj for loose motion home remedy in hindi

  • agar aap dast se nijaat chahte hain to ek taaje kate neeboo ke ras ko ek gilaas pani mein namak aur shakkar ke saath milaakar din me teen se char baar piyen.
  • aap din mein 4 se 5 seb khaate hain to aapake shareer mein fiber ko badhaakar dast par kaaboo pa sakate hain.
  • dast ka ilaj ke lie aap gaajar ka soop banaakar piyen. gaajar ka soop banaate samay adarak ka istemaal kare
  • कैथ के बीज को भूनकर खाने से दस्त को ठीक कर सकते हैं।
  • पुदीने के चाय से भी दस्त ठीक कर सकते हैं। chay banane ke lie aap paani mein pudine ke patte ko daal de aur is patte ko pani ke saath ubaal le. jab paanee ka rang badal jae aur paanee aadha bache tab aap is chaay ka sevan kar le. isase aapako bahut aaraam milega.

1. अधपका बेल को आग में भूनकर उसका गूदा मिश्री और गुलाब के जूस के साथ मिलाकर सुबह खाली पेट खाने से सभी तरह के डायरिया में आराम मिलता है।

2बबूल की पत्ती आम की पत्ती और आंवले की पत्ती इन तीनों को बिना पानी में मिलाएं अलग-अलग रस निकालकर छान लें। अब तीनों रस को दो-दो ग्राम ले लें और उसमें 6 ग्राम शहद मिलाकर पीने से सब तरह के अतिसार नष्ट हो जाते हैं।

3 रात के समय भांग को भूनकर शहद के साथ खाने से नींद आती है और दस्त खत्म हो जाता है।

4 बबूल की पत्ती आम की पत्ती और आंवले की पत्ती इन तीनों को बिना पानी में मिलाएं अलग-अलग रस निकालकर छान लें। अब तीनों रस को दो-दो ग्राम ले लें और उसमें 6 ग्राम शहद मिलाकर पीने से सब तरह के अतिसार नष्ट हो जाते हैं।

  • चुटकी भर अफीम बकरी के दूध में मिलाकर पीने से अतिसार और बेहजमी अर्थात भोजन का ना पचना नष्ट हो जाते हैं।

5 3 ग्राम कैथ के बीज को भूनकर पानी के साथ खाने से पुराने डायरिया में आराम मिलता है।

6 छिले हुए मसूर भूनकर खाने से दस्त बंद हो जाते हैं। मसूर की दाल रोज खाने से पेट में गुड़गुड़ की आवाज आना,दर्द होना, कच्चे-पक्के दस्त बनते रहना, या पेट फूलना इन सब रोगों में आराम मिलता है।

7 भाग को तवे पर भून कर उसका चूर्ण शहद में मिलाकर रात के समय खाने से दस्त, भूख की कमी, और नींद ना आने के रोग को नष्ट कर सकते हैं।

8 हर्रा, बच, सोंठ, दारू, हल्दी अतीत और नागर मोथा इन सब का काढ़ा बनाकर पिलाने से दस्त नष्ट होता है।

9 जौ, नागरमोथा, अतीस, कचूर, बेलगिरी और सुगंध बालाइन इन सब को बराबर मात्रा में लेकर पीसकर सब का काढ़ा बना लें और रोगी को पिलाएं इससे बहुत पुराना दस्त, पेट में दर्द और भूख ना लगने की समस्या खत्म हो जाती है।

10 अतीस, काला नमक, हींग व हर्रा एवं सेंधा नमक इन सब को पीसकर लुगदी बना लें इस लुगदी को गर्म पानी के साथ पीने से अतिसार नष्ट होता है।

11 हींग, बच, पीपल, शोंठ को बराबर मात्रा में लेकर इसका चूर्ण बना लें और फिर इसका सेवन सेंधा नमक के साथ करें। चूर्ण को निगलने के लिए आप गर्म जल का प्रयोग करें इस चूर्ण से पीड़ा सहित दस्त नष्ट होता है।

12 बेलगिरी, सोंठ, बच, अजवाइन, पीपल, बायबिडंग इन सब को पीसकर गर्म जल के साथ पीने से दस्त से इलाज पा सकते हैं।

13 काली मिर्च हींग बच हर्रा काला नमक सोंठ एवं पीपर इनका चूर्ण बना लें अब इस चूर्ण को गर्म पानी के साथ सुबह खाली पेट पिएं।

14 छुई-मुई, धाय के फूल, लोध, मंजिष्ठा इन चारों के चूर्ण को 1 ग्राम शहद में मिलाकर चावलों के धोवन के साथ पीने से दस्त का इलाज संभव है।

15 चौलाई, जामुन के पत्ते, सुगंधबाला, सोंठ, नागरमोथा, अनार के पत्ते, और सिंघाड़े के पत्ते इन सबके काढ़े का सेवन करने से गंगा के समान बहते हुए दस्त में भी आराम मिलता है।

16 लोध, अनार के वृक्ष की छाल, मोचरस, तथा अनार के पेड़ की छाल इन चारो का चूर्ण बनाकर शहद में मिला दो इसको चावलों की धोवन के साथ पिएं इससे दस्त की समस्या का निदान किया जा सकता है।

17 बेलगिरी, लोध तथा आम की गुठली की मींगी इन तीनों का चूर्ण शहद में मिलाकर चावलों के धोवन के साथ करें इससे अतिसार को शीघ्र ही ठीक किया जा सकता है।

18 6 ग्राम अफीम, 6 ग्राम जायफल, 6 ग्राम छुहारा इन तीनों को किसी भी बर्तन में डालकर पान के रस के साथ घोटे। अब जब अच्छी तरह से यह घुट जाए तब इसकी रत्ती रत्ती भर की गोलियां बना लें और दिन में तीन या चार गोलियां मठ के साथ पिए।

19 1 ग्राम जायफल, 2 ग्राम जौ, तथा 1 ग्राम भाग इन तीनों को बराबर में अच्छी तरह से पीस लें और शहद में मिलाकर रख दें अब इस पेस्ट को चाटने से हर तरह के अतिसार का नाश किया जा सकता है।

20 मोथा, कच्ची बेलगिरी, लोध, जौ, सोंठ, मोचरस तथा धाय के फूल इन सब को बराबर मात्रा में लेकर कूट-पीसकर इसका चूर्ण बना लें और इस चूर्ण को मिश्री के साथ मिलाकर 3-6 ग्राम चूर्ण का सेवन नियमित रूप से करें इससे लाभ होगा।

21 सोंठ, सफेद जीरा, अनार के फूल, सौंफ, और आम की गुठली को बराबर मात्रा में लेकर कूट पीसकर रख लें। अब इस चूर्ण के वजन के दोगुनी मिश्री पीसकर चूर्ण में मिला दे। इस चूर्ण का सेवन पानी के साथ करें। ध्यान दें चूर्ण 3 से 4 ग्राम तक ही खा सकते हैं। हर 2 घंटे में 3 ग्राम चूर्ण ताजे जल के साथ पिए।

22 अफीम, कालीमिर्च, जायफल, कत्था, बबूल के पत्ते और सोंठ इन सब को बराबर मात्रा में लेकर कूट लें और इसे अच्छी तरह से पीसकर रख ले अब बबूल की ताज़ी छाल को लेकर उसका काढ़ा बना ले। इस काढ़े में ऊपर सभी कुंटे हुए पाउडर को अच्छी तरह से मिला लें। अब इसे अच्छी तरह से मिक्स कर इसकी गोलियां बना लें। एक गोली चने  जितनी होनी चाहिए अब इस गोली को एक बार में 2 से 4 गोलियां जल के साथ खा सकते हैं।

23 रात के समय भांगरे का रस दही के साथ खाने से हर तरह के अतिसार में आराम मिलता है।

24 मखाने को दही में मिलाकर खाने से भी दस्त की समस्या से निजात पाया जा सकता है।

25 अतीस की जड़ के छाल को कूट ले और इस चूर्ण का सेवन शहद के साथ करें।

26 ठीकरे में जरा सा अफीम भूनकर खाने से हर तरह के दस्त से निजात पाना आसान हो जाता है।

27 कोरैया की छाल का काढ़ा बनाए, जब आँठवा भाग पानी बचे तब उसे उतार कर अच्छी तरह से छान लें। अब अतीस का चूर्ण मिलाकर पिलायें।

28 दशमूल के काढ़े में सोंठ मिलाकर पीने से कब्ज, दस्त, पेट में दर्द, खाँसी और भोजन न करने के इच्छा को ठीक करने में सहायता मिलती है।

29 बबूल के पत्तों का रस पीने से सब तरह के भयानक दस्त को रोका जा सकता है।

30 प्याज के रस में ज़रा सा अफीम मिलाकर खाने से भी दस्त का इलाज प्रत्यक्ष रूप से संभव है।

31 आम के बीज का चूर्ण और कैथ के गूदे को चावल के पानी के साथ पीसकर पानी के साथ सेवन करें। इससे आपको शीघ्रातिशीघ्र लाभ होगा।

32 भांग को तवे पर भूनकर उसका चूर्ण शहद में मिलाकर रात के समय खाने से दस्त, मन्दाग्नि और कब्ज नष्ट हो जाता है।

33 जायफल खाने से अतिसार ठीक हो जाता है। इसके साथ अगर आपको ज्यादा प्यास लगती है और आपको कब्ज की समस्या है तब भी आपको पूरा आराम मिलता है।

34 मोचरस सोंठ धाय के फूल अजमोद इन सबको अच्छे से पीस लें और इसका सेवन छांछ के साथ करें।

35 2 gram जावित्री, दही की मलाई गाय के दही के साथ सात दिन लगातार खाने से भयानक दस्त में लाभ मिलता है।

36 बेलगिरी, मोचरस, धाय के फूल, नागरमोथा, लोध, तथा जौ इन सबको बराबर-बराबर मात्रा में ले लें और गाय के मट्ठे के साथ इसका सेवन करें  इससे आपको शीघ्र लाभ मिलेग।

37 4 ग्राम मोचरस को अच्छी तरह से पीस-क्र और उसमे मिश्री मिलाकर पानी के साथ चूर्ण का सेवन करें इससे भी आपको लाभ होगा।

38 160 ग्राम मिश्री, 40 ग्राम पीपरामोल, 160 ग्राम अनार का दाना, 40 ग्राम पीपल, 40 ग्राम काली मिर्च, 40 ग्राम अजवायन, 40 ग्राम सफ़ेद जीरा, 40 ग्राम धनिया, 10 gram सोंठ, 8 gram इलायची, 8 ग्राम दाल्चीने, 8 ग्राम नागकेशर, 8 ग्राम बंशलोचन, इन सबको एक साथ पीस लें और चूर्ण का पानी के साथ नियमित सेवन करे। इससे अतिसार को ठीक कर सकते हैं।

39 कोरैया की ताजा छाल 40 gram ले लें और इसे आधा किलो पानी में गरम कर्रें जब पानी आधा रह जाए तो पानी को पी लें। लूज मोशन बंद हो जाएगा।

40 कसौंदी की जड़ 6 ग्राम पी लें और इसे 40 ग्राम चावल के शोवन वाले पानी के साथ मिलाकर पियें। इससे अतिसार का इलाज हो सकता है।

41 कैथ के बीज को भूनकर खाने से दस्त का इलाज करें।

42 10 gram बेलगिरी, और 10 gram आम की गुठली को आधा सेर पानी में गरम करें। जब डेढ़ छटांग, पानी बचे तो उसे उतार कर्र ठंडा कर लें। इसमें 6 gram शहद और 3 gram मिश्री मिलाकर पीने से वामन और डायरिया को ठीक करना संभव है।

43 1 gram दुलार के दूध को बताशा के साथ आठ से 10 दिन तक इसका सेवन करें, इससे हर तरह से डायरिया का इलाज संभव है।

44 भूनी हुई मूंग, और भूने हुए चावल दोनो को बराबर मात्रा में लेकर काढ़ा बनाए। काढ़ा तैयार हो जाने पर इसे ठंडा कजर लें। अब इसमें 6 ग्राम शहद मिलाकर और 3 ग्राम मिश्री का चूर्ण मिलाकर रोगी को पिलायें।

45 मस्तंगी, सौंफ तथा इलायची इन सबको बराबर मात्रा में लेकर बराबर मात्रात्र में मिश्री मिलाकर इसका सेवन करने से दस्त ठीक हो जाता है।

46 काला जीरा, दालचीनी, सफ़ेद जीरा, छोटी इलायची, और घी में भुनी भंग इन चारों को बराबर मात्रा में लेकर पीस लें और इसमें आवश्यकता अनुसार सेंधा नमक मिलाएं। इस चूर्ण में हर तीन घंटे में 3 ग्राम की मात्र में खाएं, इससे दस्त का इलाज संभव है।

47 नागरमोथा, धाय के फूल, सोंठ, मोचरस, नीलगिरी तथा जौ इन सबको बराबर लेकर पीस कर चूर्ण बना लें। अब इसमें मिश्री मिलाकर इसका सेवन करें। दस्त का इलाज इस तरीके से संभव है।

दस्त का इलाज करें नीबू पानी से – neebu-pani for loose motion 

अगर आप दस्त से निजात चाहते हैं तो एक ताजे कटे नीबू के रस को एक गिलास पानी में नमक और शक्कर के साथ मिलाकर पियें। 3 दिन के भीतर ही डायरिया से छुटकारा पाया जा सकता है।

शरीर में पानी और नमक के कमी के चलते आपको लूज मोशन की समस्या हो सकती है। नमक की कमी से आपके शरीर में इलेक्ट्रोलाइट की कमी हो जाती है और इससे शरीर में फ़ूड के सर्कुलेशन के प्रभाव पड़ता है। साथ ही पानी की कमी के चलते आपको निर्जलीकरण का सामना करना पड़ सकता है। इन सब के चलते दस्त का होना लाजिमी है।

कहीं सफ़र में ज्यादा देर तक पानी न पीने की वजह से भी डायरिया हो सकता है। इसलिए आप कहीं जाए तो अपने साथ एक बोतल को रखे और बीच-बीच में पानी पीते रहें।

दस्त ठीक करें दही के साथ

दस्त के दौरान दही का सेवन करें। दही में कुछ ऐसे जीवाणु मौजूद होते हैं जो पाचनतंत्र को खराब करने वाले जीवाणु को ख़तम करने में सहायक होते हैं। और डायरिया का इलाज कर सकते हैं। इस दौरान अगर आप दिन में 3 से 4 गिलास दही के लस्सी का सेवन करते हैं तो आपके पते में microbacteria को ख़तम कर दही आपको डायरिया से निजात दिलाने में सहायक होगी।

probiotic लक्षण के चलते इसका इस्तेमाल हर तरह के पेट सम्बन्धी समस्याओं में किया जा सकता है। अगर दही गाय के दूध से निर्मित होगी तो और भी फायदेमंद होगी। दही की लस्सी

बनाते समय आप सेंधा नमक या काला नमक का सेवन करें। काला नमक डायरिया का इलाज और भी अच्छे तरीके से कर सकते हैं।

केला के साथ करे दस्त को ख़तम आसानी से 

रोज 2 से 3 केले खाने के बाद छांछ का सेवन करें।

दस्त अर्थात अतिसार से जूझते वक्त केले के सेवन मात्र से दस्त को खतम करना पूर्ण तरह से संभव है। इस दौरान केले का सेवन करना आपके लिए बहुत बेहतर होगा। दरअसल केले में फाइबर की उच्च मात्र मौजूद होती है। फाइबर के सेवन से हर तरह की पेट सम्बन्धित समस्याएँ ठीक की जा सकती है। फाइबर को पाचनतंत्र को दुरुस्त करने में बेहतर विकल्प घोषित किया जा सकता है। चूंकि फाइबर के कमी के चलते दस्त के समस्या हो सकती है। इसलिए अगर आप दस्त के दौरान फाइबर पदार्थ का सेवन करते हैं तो यह आपके लिए काफी फायदेमंद साबित होगा। फाइबर केला में कूंट-कूंट कर भरा होता है।

सेब का सेवन 

सेब की गिनती भी प्रोटीन रिच पदार्थों में की जाती है। यह प्रोटीन फाइबर को एक्टिवेट करता है और पाचनतंत्र में मौजूद समस्याओं को ठीक करता है। अगर आप दिन में 4 से 5 सेब खाते हैं तो आपके शरीर में फाइबर को बढ़ाकर दस्त पर काबू पा सकते हैं।

इसबगोल भी करता है इलाज

पित्त दोष नाशक तत्व इसबगोल से शरीर के पाचनतंत्र को दुरुस्त किया जा सकता है। यह दस्त के इलाज के लिए काफी फायदेमंद होती है। इसका सेवन करने से कब्ज आदि कई पेट सम्बन्धी समस्याओ का निदान हो सकता है। अगर आप भी अपने लूज मोशनमें इसबगोल आ सेवन करना चाहते हैं तो आप इसका सेवन दही में मिलाकर करें। दही आपके पेट में bacteria को ख़तम करेगा और इसबगोल के साथ इसकी ताकत डायरिया को ठीक करने में दोगुनी हो जाएगी।

पुदीना भी है अतिसार के लिए लाभदायक 

पुदीना का कब्ज और लूज मोशन दूर करने में एक अहम स्थान है। इसका घोल का इस्तेमाल कर आप अतिसार यानि दस्त को ठीक कर सकते हैं। इसके लिए आप पुदीने के शरबत का इस्तेमाल बिलकुल भी न करें। इसकी चटनी का इस्तेमाल करना आपके लिए उचित रहेगा। अफ्गर आप चाहे तो इसकी चाय पी सकते हैं।

चाय बनाने के लिए आप पानी में पुदीने के पत्ते को डाल दें और इस पत्ते को पानी के साथ उबालें। जब पानी का रंग बदल जाए और पानी आधा बचे तब आप इस चाय का सेवन कर लें। इससे आपको बहुत आराम मिलेगा।

कैमोमाइल चाय 

पेट दर्द को दूर करने के लिए डॉक्टर इसे इस्तेमाल करने को कहते हैं। इसके द्वारा दस्त का इलाज सौ प्रतिशत संभव है। पेट दर्द को दूर करने के लिए आप कैमोमाइल से निर्मित चाय को दो कप नियमित रूप से पियें।

गाजर का सूप ठीक करे दस्त – 

यह एक तरल और बेहतर पदार्थ की श्रेणी में आता है जो लूज मोशन के लिए बेहतर होता है। इसके लिए आप गाजर का सूप बनाकर पियें। गाजर का सूप बनाते समय अदरक का इस्तेमाल करना न भूलें। यह सूप के ताकत को तीगुना कर देता है।

अदरक 

अदरक में मौजूद एक तत्व लूज मोशन को ठीक करता है और आपको डायरियासे छुटकारा दिलाता है। इसका काढ़ा या सूप बनाकर पीना फायदेमंद होगा। इसके अलावा भी आप अदरक के टुकड़ों को चबा सकते हैं।

बबूल की पत्तियों का करे इस्तेमाल- 

इसका पेचिस में काफी इस्तेमाल किया जाता है। यह डायरिया का इलाज कर पाने में भी संभव है। बबूल की पत्तियों को अच्छी तरह से सुखाकर पीस ले और उसमे जीरे के चूर्ण को मिलकर मिश्री के साथ सेवन करने से दस्त को रोका जा सकता है।

अर्जुन की छाल से करें अतिसार का इलाज – 

अर्जुन की छाल डायरिया सही  कर सकती है और आपको क्षण भर में लूज मोशन को ठीक किया जा सकता है। यह एंटी-बैक्टीरियल गुण को सहेजे रहता है और दस्त का इलाज कर पने में सक्षम रहता ही। इसके लिए आप अर्जुन की छाल या अर्जुन की पत्तियों का काढ़ा बनाकर काढ़ा का सेवन करें।

दालचीनी भी करता है दस्त का इलाज- dalchini for loose motion home remedy in hindi

दालचीनी पेट में गैस्ट्रिक जूस को काम करने के लिए उत्तेजित करता है। दालचीनी के सेवन से यह आपके पेट में उन वायरस को पनपने से रोकता है जो आपको डायरिया से उलझाने में सहायक होते हैं। इस तरह से यह एक बेहतर जीवाणुरोधी के नाम से जाना जा सकता है। यह आपके पेट में पल रहे उन माइक्रो-bacteria को नष्ट करता है जो आपको दस्त की समस्या दिलाते हैं। यह आपके पेट के आंत को भी तंदुरुस्त करता है जो लूज मोशन ठीक करने में एक बहुत महत्वपुर्ण भूमिका निभता है।

इसके लिए आप 1 कप पानी को अच्च्जी तरह से गरम कर लें और इस पानी में 2 चम्मच अदरक के जूस को मिला दीजिये। इसके साथ आप 1 चम्मच दालचीनी के पाउडर को मिला दें और मिश्रण का सेवन कर लें।

सेब का सिरका करे दस्त का इलाज – apple cider vinegar for loose motion home remedy in hindi

सेब के सिरका का सेवन करना आपके लिए बेहतर होगा। यह एक एंटी-बैक्टीरियल तत्व को साथ में लिए रहता है। यह तत्व आपके आँतों को स्वस्थ रखते हैं। यह आपके आंत में चिपके हुए उन bacteria को मारने में सहायक होता है जो दस्त के कारण को जनम देते हैं। साथ ही यह आंत में चल रहे उस उफनाव को शांत करने में सहायक है जो आपको बार-बार मल त्यागने के लिए मजबूर करता है।  इसके लिए आप एक गिलास पानी में एक चम्मच सेब के सिरके और 1 चम्मच शहद अच्छी तरह से मिलाकर मिश्रण क सेवन करें।

दस्त दूर करें हल्दी की मदद से- Haldi for loose motion home remedy in hindi

एक गिलास पानी में एक चम्मच हल्दी और एक चम्मच अदरक का जूस पीने मात्र से दस्त को कंट्रोल में लियी जा सकता है। इस टिप का आप दिन में 4 बार इस्तेमाल करें। जब तक डायरिया पूरी तरह से ठीक न हो जाए तब तक आप इसका सरवन करते रहें।

इसके अलावा भी आप हल्दी के पाउडर को छांछ के साथ इस्तेमाल करें। यह आपको कब्ज और पेट में मरोड़ की समस्या को भी ठीक कर सकता है।

स्टार्च से भरे खाद्य पदार्थ का करें सेवन – starch products for loose motion home remedy in hindi

सन 2003 के शोध में आए एक बात के मुताबिक़ बच्चे जिन्हें दस्त की समस्या हो रही है अगर वे स्टार्चयुक्त पदार्थ का सेवन करते हैं तो उनमे हो रही डायरिया की समस्या को कम किया जा सकता है। सफ़ेद चावल का सेवन करना, साबूदान की खिचड़ी आदि खाना आपको दस्त से निजात दिलाने में मददगार होगा।

अनार के रस का करें इस्तेमाल – anar for loose motion home remedy in hindi

यह हर उन समस्याओं को ठीक करता है जो आपके स्वास्थ्य को जीवाणु के चलते खराब कर रहे हैं। ऐसे में अगर आप अनार का सेवन करते है तो इसमें मौजूद एंटी-बायोटिक गुण दस्त का समाधान करता है। इसके लिए आप अनार के जूस का सेवन करें।

इसके अलावा आप अनार के छिलके का भी इस्तेमाल डायरिया को दूर करने के लिए कर सकते हैं। इसमें आपको ज्यादा कुछ नहीं करना है। इसके खातिर आप बस एक गिलास में एक अनार के छिलके के पाउडर को उबालकर उसका काढ़ा बना लें। अब इस काढ़े को नीबू के जूस के साथ सेवन करें। इससे लूज मोशन अर्थात दस्त को कम किया जा सकता है।

पानी है सबसे बेहतरीन तत्व 

शरीर को दोष से मुक्त रखने और हाइड्रेट रखने के लिए पानी एक बहुत ही बढ़िया तत्व है। अपने आपको दस्त से बचाने के लिए आप उबले हुए पानी का सेवन भारी मात्रा में करें। आप 7 से 8 लीटर पानी नियमित रूप से पियें।

दस्त के दौरान क्या खाएं ? what to eat in loose motion

यह तय करना आपके लिए कठिन होगा कि आप दस्त में क्या खाएं। अगर आप loose motion के दौरान कुछ गलत खा लेते हैं तो इससे आपकी समस्या और भी ज्यादा हो सकती है। तो चलिए इस दौरान जानते हैं कि आपको क्या खाना चाहिए? और क्या नहीं खाना चाहिए?

आलू

आलू में भरपूर मात्र में स्टार्च पाया जाता है। यह दस्त के दौरान एक वैकल्पिक आहार है जो डायरिया की समस्या में आपके पाचन तंत्र को तंदुरुस्त रखता है। इसके लिए आप आलू को अच्छी तरह से उबल लें और जब यह उबल जाए तो इसे अच्छी तरह से मसल कर इसका नमक के साथ सेवन करें।

दलिया है फायदेमंद 

दलिया एक हल्का पदार्थ है जो हर तरहके पेट की समस्याओं के लिए इस्तेमाल किया जा सकता है। इससे पेट भारी नहीं लगता है और आपका शरीर पोषकत तत्व को भी प्राप्त कर लेता है।

हलके पदार्थ 

इस दौरान आप यह ध्यान दें कि आप गरिष्ठ पदार्थों का सेवन न करेंगे। इस दौरांन लाइट वेट फ़ूड का इस्तेमाल करना आपके लिए बेहतर होगा।

दस्त के दौरान क्या न खाएँ? what to not eat in loose motion 

  • डेयरी प्रोडक्ट का इस्तेमाल करना इस दौरान न करें।
  • ज्यादा पदार्थ का सेवन करना आपको डायरिया से उलझा सकता है।
  • दूषित और ठंडा खाद्य पदार्थ के सेवन से बचें।
  • मसालेदार और तीखे पदार्थ का सेवन करना अतिसार में इजाफा दिला सकता है।
  • हाई फैट प्रोडक्ट का सेवन करना इस दौरान वर्जित है।
  • इसका इलाज सही ढंग से तभी किया जा सकता है जब आप  उन सब्जियों के खाने में ध्यान न दें जो आसानी से नही पचते हैं।
  • काफी चाय आदि का सेवन करना आपको डायरिया में उलझाने में मदद कर सकता है।
  • फलों के जूस में शक्कर की मात्रा पाई जाती है इसलिए आप फलों के जूस के सेवन से बचें। साथ ही आप यह भी ध्यान दें ककी आप इस दौरान शक्कर का बिलकुल भी इस्तेमाल न करें।
  • शराब का सेवन करना दस्त के इलाज में बाधा बन सकता है।

इस तरह से आज हम  इसके इलाज के बारे में सभी फैक्टर को जान चुके हैं जिनकी मदद से अप अपने आपको इस गंभीर समस्या से छुटकारा दिला सकते हैं। इन सभी का पालन आप सही ढंग से करें। अगर आपको यह लेख पसंद आया हो तो अप हमें कमेंट के जरिये बता सकते हैं।

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