True hindi love story: क्या होता है सच्चा प्यार?

True hindi love story: आज में आपके साथ एक बहुत ही प्यारी और दिल को छू देने वाली कहानी आपके साथ शेयर करना चाहती हूँ। यह कहानी चंडीगढ़ की है। एक लड़का अपने काम लिए रोज़ की तरह बस पकड़ता है। एक दिन काम पर जाते हुए उसकी नज़र एक लड़की की आँखों पर पढ़ती है। उस लड़की ने अपना चेहरा धुप और गर्मी से बचने के लिए ढका होता है। मगर उस लड़के की नज़र तो उसकी आँखों में पर ही टिक जाती है। उस लड़की की आँखे बहुत सुंदर होती है।

अब वह लड़का रोज़ वही बस पकड़ने लगता है। जिस बस से लड़की जाती है। ऐसा करते हुए पूरा एक महिना हो गया। अब वह लड़का उस लड़की से दोस्ती करना चाहता है। एक दिन वह लड़की पर्स में पैसे रखना भूल गयी। और जब कंडक्टर उससे पैसे मांगता है तो वह परेशान हो जाती है।

इसपर कंडक्टर लड़की को गुस्से में उट-पटांग कहने लगता है। यह सब देखकर वह लड़का कंडक्टर को समझाता है कि आपको लडकियों से इज्जत से बात करनी चाहिए। और उसे समझाते हुए उस लड़की की बस टिकट के पैसे दे देता है। उस लड़की को लड़के की यह बात बहुत पसंद आती है कि उसने एक लड़की की इज्ज़त की और उसकी मदद भी की।

वह लड़की उस लड़के धन्यवाद कहकर बस से उतर जाती है। अगले दिन दोनों उसी बस स्टॉप पर मिलते हैं। दोनों एक दुसरे को देखकर मुस्कराते हैं। लड़की पानी पीने के लिए अपने मुंहपर से कपड़ा हटाती है। लड़का उसके चेहरे को देखकर और भी ज्यादा मोहित हो जाता है। क्यूंकि वह लड़की बहुत ही सुंदर थी।

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रोज़ दोनों एक दुसरे को देखते है पर बात नहीं करते। दोनों ही एक-दुसरे से बात करना चाहते थे परंतु झिझक के कारण एक दुसरे से बोल ही नहीं पाते। एक दिन उस लड़के की टिकट खो जाने के कारण वह लड़की उसकी टिकट ले लेती है। वह लड़का उसे धन्यवाद् कहता है। और अब वे दोनों रोज़ एक-दुसरे से उसी बस में मिलते है। और दोनों में दोस्ती हो जाती है। धीरे-धीरे एक दुसरे से मिलते-मिलते उस लड़के के दिल में लड़की के लिए प्यार की फीलिंग्स आ जाती है। अब वह उसे दोस्त से प्यार बनाना चाहता है।

एक दिन उस लड़की का जन्म दिन आता है। और वह लड़का उसे सरप्राइज देना चाहता है। और उसे प्यार के लिए purpose करना चाहता है।और उस लड़की से कहता है “हम तुम्हारे जन्मदिन पर रेस्टोरेंट चलेंगे। तुम कल टाइम पर पेट्रोल पंप के पास वाले रेस्टोरेंट में आ जाना।” लड़की हाँ कह देती है।

लड़की वादे के मुताबिक़ टाइम से उस जगह पर पहुँच जाती है। उसी पेट्रोल के सामने रोड पर काम चल रहा होता है। एक मजदूर अपने कंधे पर केमिकल से भर ड्रम लेकर जा रहा होता है कि तभी उसके हाथ से ड्रम छूट जाता है और उसकी कुछ बूँदें उस लड़की की आँख पर चली जाती है।

यह देखकर वह लड़का दौड़कर उसके पास पहुँचता है। और लड़की को तुरंत हॉस्पिटल ले जाता है। डॉक्टर बताते हैं कि इनकी आँखों की रौशनी हमेशा के लिए चली गई है और ये अब कभी देख नही पाएंगी। आंखे तो खुली होंगी पर कुछ नहीं देख पाएंगी।

लड़का उसे घर ले जाता है। और उसका ध्यान रखता है। दोनों ही चंडीगढ़ में अकेले रहते है। इसलिए वह लड़का उसे अपने घर ले जाता है ताकि उसका ख्याल रख सके। अब वो रोज़ उसे घुमाता है और उसे हर उस चीज़ और नज़ारे के बारे में कहकर बताता है। और हमेशा किसी न किसी तरह उसे खुश रखने की कोशिश करता रहता है।

पर वह लडकी अपनी आँखों की रौशनी खो देने के कारण बहुत उदास रहती है। वह चीजों को देखना चाहती है। हर उस चीज़ को महसूस करना चाहती है। लड़का उसके लिए गिफ्ट लाता है और उसे दिखाता है और बहुत रोने लगता है क्यूंकि उससे उस लड़की की ऐसी हालत नही देखी जा रही थी।

एक दिन वह लड़का किसी काम से बाहर जाता है। और रास्ते में उसे नेत्रदान का बोर्ड दिखता है। और तुरंत उस लड़की को वहां ले जाता है। और कहता है “अब तुम सब देख पाओगी। इस दुनिया के सारे रंगों को देख सकोगी।” वह लड़का उसे उसी नेत्रालय में ले जाता है। और उसका आँखों का ऑपरेशन करवा देता है।

लड़की की आँख ठीक होते ही वह लड़का उसे छोडकर चला जाता है। लड़की उसे बहुत ढूंढती है पर वह उसे कहीं नहीं मिलता। वह लड़की हर उस जगह जाती है जहाँ-जहाँ वे एक-दुसरे से मिलते थे। पर वह उसे कहीं भी नही मिला। लड़की रोज़ उसी के बारे में सोचती है कि वह उसे अचानक यूँ अकेला छोड़कर कहाँ चला गया। रोज़ उसे याद कर-करके रोती है।

कई साल बीत जाते हैं। लड़की के दिल में अब भी यही आस होती है कि वह लड़का उसे कहीं ना कहीं जरुर मिलेगा। एक दिन उसकी ये आस पूरी हो जाती है। एक अँधा लड़का लाठी लिए रोड पार कर रहा होता है कि वह लड़की पीछे से उस लड़के को आवाज़ देती है कि रूक जाओ मैं आपको रास्ता पार करवा दूंगी।

जैसे ही वह उस अंधे लड़के के पास पहुँचती है तो वह उसे देख कर हैरान हो जाती है कि यह तो वही लड़का है जिसे वह कितने सालों से पागलों की तरह ढूंढ रही थी। वह उस लड़के से पूछती है “ये सब तमने क्या किया? मैंने तम्हे कहाँ-कहाँ नहीं ढूँढा। तुम मुझे छोड़कर कहाँ चले गये थे?”

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लड़का कहता है “अगर मैं उस दिन नहीं जाता तो मैं तुम्हे अपनी आँखे कैसे दे पाता?”

उसकी यह बात सुनकर लड़की की आँखों से आंसू छलक पड़ते हैं और कहती है “तुमने ऐसा क्यों किया? मेरे लिए अपनी आँखे तक गवां दी।”

लड़का कहता है “क्यूंकि मैं तुमसे बहुत प्यार करता हूँ और तुम्हे कभी उदास नही देख सकता था।”

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